इतिहास पर उद्धरण

एक रमणीय स्त्री का सारा इतिहास प्रेम का इतिहास होता है।

स्वदेश दीपक

मनुष्य मात्र को इतिहास और राजनीति नहीं एक कविता चाहिए।

श्रीनरेश मेहता

समय या इतिहास में लौटना एक सैद्धांतिक संभावना तो है ही और समर्थ रचनाकारों के हाथों में यह एक सशक्त हथियार रहा है।

विष्णु खरे

जिसे मानवता के इतिहास का एहसास नहीं है, उसे मानवता के वर्तमान और भावी संकटों का एहसास भी नहीं हो सकता।

विष्णु खरे

इतिहास सिखाता है लेकिन उससे शिक्षा कोई नहीं लेता।

अंतोनियो ग्राम्शी

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