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पुस्तक पर उद्धरण

पुस्तकें हमारे लिए नए

अनुभव और ज्ञान-संसार के द्वार खोलती हैं। प्रस्तुत चयन में ‘रोया हूँ मैं भी किताब पढ़कर’ के भाव से लेकर ‘सच्ची किताबें हम सबको अपनी शरण में लें’ की प्रार्थना तक के भाव जगाती विशिष्ट पुस्तक विषयक कविताओं का संकलन किया गया है।

अच्छे दोस्त, अच्छी क़िताबें और एक उनींदी चेतना: एक आदर्श जीवन यही है।

मार्क ट्वेन

जिस किताब में अच्छी कविता होती है, उसके पास दीमकें नहीं फटकतीं।

सिद्धेश्वर सिंह

बच्चे की ज़िंदगी एक लंबी ज़िंदगी है। उसमें एक किताब आकर चली नहीं जानी चाहिए।

रघुवीर सहाय

कितना अच्छा होता कि जिस संख्या में कवियों के संग्रह छपे बताए जाते हैं, लगभग उतनी ही संख्या में उन्होंने कविताएँ भी लिखी होतीं।

सिद्धेश्वर सिंह

पाक कला की ढेर सारी किताबें पढ़ने के बाद पता चलता है कि खाना पकाने के लिए सबसे ज़रूरी चीज़ है—धैर्य।

सिद्धेश्वर सिंह

एक नियम बना लें कि किसी बच्चे को वह किताब कभी दें जिसे आप ख़ुद नहीं पढ़ेंगे।

जॉर्ज बर्नार्ड शॉ

मैं यह नहीं मानता कि कोई लेखक ख़तरनाक होता है: कुछ किताबों का ख़तरा ख़ुद किताबों में नहीं होता, बल्कि उनके पाठकों की भावनाओं में होता है।

ओक्ताविओ पाज़

वे किताबें जो आपकी सबसे अधिक मदद करती हैं, वो वही किताबें हैं जो आपको सबसे अधिक सोचने पर मजबूर करती हैं। सीखने का कठिन मार्ग पढ़ना है जो कि आसान है; लेकिन एक महान किताब जो एक महान विचारक से आती है, वह विचारों का एक जहाज़ है, जो सत्य और सुंदरता से भरा होता है।

पाब्लो नेरूदा

मैंने हमेशा कल्पना की है कि जन्नत एक क़िताब घर होगा।

होर्खे लुई बोर्खेस

सबसे अच्छी क़िताबें वे हैं जो आप को वह बताती हैं जो आप पहले से जानते हैं।

जॉर्ज आरवेल