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पुस्तक पर उद्धरण

पुस्तकें हमारे लिए नए

अनुभव और ज्ञान-संसार के द्वार खोलती हैं। प्रस्तुत चयन में ‘रोया हूँ मैं भी किताब पढ़कर’ के भाव से लेकर ‘सच्ची किताबें हम सबको अपनी शरण में लें’ की प्रार्थना तक के भाव जगाती विशिष्ट पुस्तक विषयक कविताओं का संकलन किया गया है।

मैंने एक दिन एक किताब पढ़ी और मेरा पूरा जीवन बदल गया।

ओरहान पामुक

किताबें, जिन्हें हम सांत्वना समझने की भूल करते हैं; केवल हमारे दुःख को और गहरा करती हैं।

ओरहान पामुक

लेखक को अपनी पुस्तक में ब्रह्मांड में ईश्वर की तरह होना चाहिए, जो हर जगह मौजूद है और कहीं भी दिखाई नहीं देता है।

गुस्ताव फ़्लॉबेयर

मैं एक बहुत ही साधारण इंसान हूँ, मुझे बस किताबें पढ़ना पसंद है।

हारुकी मुराकामी

…प्यार करना, अधूरी रह गई किताब को जारी रखने जैसा आसान काम नहीं था।

ओउज़ अताय

शब्दों, लेखन और पुस्तकों के बिना कोई इतिहास होगा और ही मानवता की कोई अवधारणा होगी।

हरमन हेस

ख़ुद को किताब की समस्याओं में डुबाना प्यार के बारे में सोचने से बचने का अच्छा तरीक़ा है।

ओरहान पामुक

मैं कल्पना नहीं कर सकता कि कोई आदमी वास्तव में किसी किताब का आनंद ले और उसे केवल एक बार पढ़े।

सी. एस. लुईस

कैसे मैं, जो जीवन को इतनी तीव्रता से चाहता है, स्वयं को लंबे समय तक किताबों की निरर्थक बातों और स्याही से काले पड़े पन्नों में उलझा हुआ छोड़ सकता था!

निकोस कज़ानज़ाकिस

हमारा जीवन मनुष्यों के संपर्क से मुक्त होकर वृक्षों में वाणी, गतिशील सरिताओं में पुस्तकें, शिलाओं में सदुपदेश तथा प्रत्येक वस्तु में अच्छाई का दर्शन करने लगता है।

विलियम शेक्सपियर

अच्छी पुस्तक पढ़ने के बाद आप सदैव मनोवृत्ति के उन्नयन के साथ उठते हैं।

चक्रवर्ती राजगोपालाचारी

कोई भी पुस्तक दस वर्ष की आयु में पढ़ने योग्य नहीं है जो पचास वर्ष और उससे अधिक की आयु में भी उतनी ही और अक्सर उससे कहीं अधिक पढ़ने योग्य नहीं है।

सी. एस. लुईस

किताबें उन लोगों के लिए हैं जो चाहते हैं कि वे कहीं और हों।

मार्क ट्वेन

केवल वही पुस्तक लिखने योग्य है जिसे लिखने का हममें साहस नहीं है। जिस पुस्तक को हम लिख रहे होते हैं, वह हमें आहत करती है, हमें कँपाती है, शर्मिंदा करती है, ख़ून निकालती है।

एलेन सिक्सू

जब कोई व्यक्ति किसी ऐसे व्यक्ति के साथ रहता है जो वही किताब पढ़ता है जिसे वह पढ़ता है तो पढ़ने का आनंद दोगुना हो जाता है।

कैथरीन मैंसफ़ील्ड

मलार्मे ने कहा कि दुनिया में सब कुछ इसलिए मौजूद है कि एक किताब में समाप्त हो जाए। आज सब कुछ इसलिए मौजूद है कि वह एक तस्वीर में समाप्त हो जाए।

सूज़न सॉन्‍टैग

आपको केवल उन्हीं पुस्तकों को लिखना चाहिए जिनके होने से आप दुखी हैं।

मरीना त्स्वेतायेवा
  • संबंधित विषय : दुख

सच्चाई किताब की गहराइयों में छुपी होती है, बस उसे पढ़ने की देर है।

जे. के. रोलिंग
  • संबंधित विषय : सच

अगर कोई ऐसी पुस्तक है जिसे आप पढ़ना चाहते हैं, लेकिन उसे अभी तक लिखा नहीं गया है, तो आपको उसे ज़रूर लिखना चाहिए।

टोनी मॉरिसन

यह स्पष्ट है कि हर अच्छी किताब को दस साल में कम से कम एक बार पढ़ लेना चाहिए।

सी. एस. लुईस

हर जगह किताबें। अलमारियों पर और किताबों की क़तार के ऊपर छोटी-सी जगह पर और पूरे फ़र्श पर और कुर्सियों के नीचे, वे किताबें जो मैंने पढ़ी हैं, वे किताबें जो मैंने नहीं पढ़ी हैं।

एडना ओ’ब्रायन

मेरे बारे में जो कुछ भी मायने रखता है, सब मेरी किताबों में है।

वी. एस. नायपॉल

एक बेहतर किताब हृदय को शिक्षित करती है।

सूज़न सॉन्‍टैग
  • संबंधित विषय : दिल

दुनिया के इतिहास का पूरा हिस्सा अक्सर मुझे कुछ नहीं लगता बल्कि एक चित्र पुस्तक जो मानवता की सबसे शक्तिशाली और बेतुकी इच्छा को दर्शाती है—भूलने की इच्छा।

हरमन हेस

उसे ऐसा लगता है, जैसे कोई किताब उसके पीछे ख़ुद को लिख रही हो; उसे बस इतना करना है कि ज़िंदा रहना है।

ऐनी एरनॉ

कोई किताब जो उसमें है, उससे सफल नहीं बनती है; बल्कि उससे बनती है जो बाद में बचा रह जाता है।

मार्क ट्वेन

अगर किसी लेखक को सब पता हो जो होने जा रहा है, तो उसकी पुस्तक उसके शुरू करने से पहले ही मर जाएगी।

वी. एस. नायपॉल

मैं जहाँ भी जाती हूँ—शहर के चौक पर—किताबों की दुकानें अभी भी सबसे प्रिय हैं।

ग्लोरिया स्टाइनम
  • संबंधित विषय : शहर

किताबें, किताबें, किताबें। ऐसा नहीं है कि मैंने बहुत अधिक पढ़ा है। मैं उन्हीं किताबों को बार-बार पढ़ती जाती हूँ। लेकिन ये सभी मेरे लिए ज़रूरी थीं। उनकी उपस्थिति, उनकी गंध, उनके शीर्षकों के अक्षर और उनके चमड़े की जिल्द की बनावट।

कोलेट

मैं कहता हूँ कि मैं अपनी किताबों का निचोड़ हूँ।

वी. एस. नायपॉल

हम अपने जीवन का एक भी पन्ना नहीं फाड़ सकते हैं, लेकिन हम पूरी किताब को आग में झोंक सकते हैं।

जॉर्ज सैंड

मैं अपनी किताबों में उस तरह के जादू में विश्वास नहीं करती, लेकिन मुझे विश्वास है कि जब आप अच्छी किताब पढ़ते हैं तो कोई जादुई घटना घट सकती है।

जे. के. रोलिंग

किताबों की भारी मात्रा के बावजूद, कितने लोग हैं जो पढ़ते हैं! और अगर कोई तरीक़े से पढ़ता है, तो उसको एहसास होगा कि हर दिन निगलने के लिए कितनी बकवास सामग्री भरी पड़ी है।

वाल्तेयर

पुस्तकों को बैटरी की ज़रूरत नहीं है।

नदीन गोर्डिमर

संतों की वाणी सुनो, शास्त्र पढ़ो, विद्वान हो लो, लेकिन अगर ईश्वर को हृदय में स्थान नहीं दिया तो कुछ नहीं किया।

महात्मा गांधी

मैं एक शब्द कहने के लिए आया था और वह शब्द मैं अब कहता हूँ। परंतु यदि मृत्यु ने उसके कहे जाने में बाधा डाल दी, तो आने वाला कल उसे कहेगा, क्योंकि आने वाला कल अनंत की पुस्तक में कोई रहस्य नहीं रहने देता।

खलील जिब्रान

वे (नारी-नेत्र) ही वे पुस्तकें, कलाएँ और शिक्षापीठ हैं जो समस्त संसार को प्रकट करते हैं, रखते और पोषित करते हैं।

विलियम शेक्सपियर

वेद शास्त्रों में कहा है कि जिसका मूल अव्यक्त है, जो अनादि है, जिसकी चार त्वचाएँ, छः तने, पचीस शाखाएँ, अनेक पत्ते और बहुत से फूल हैं, जिनमें कड़ुवे और मीठे दो प्रकार के फल लगे हैं, जिस पर एक ही बेल है, जो उसी के आश्रित रहती है, जिसमें नित्य नए पत्ते और फूल निकलते रहते हैं, ऐसे संसार-वृक्ष स्वरूप आपको हम नमस्कार करते हैं।

तुलसीदास

बुरी पुस्तकें एक ऐसा विष होती हैं, जो समाज में बुराई के बीज डालती हैं। इन पुस्तकों के लेखक अपनी क़ब्रों से भी भावी पीढ़ियों की हत्या करते रहते हैं।

सैमुअल स्माइल्स

अच्छे दोस्त, अच्छी क़िताबें और एक उनींदी चेतना: एक आदर्श जीवन यही है।

मार्क ट्वेन

किसी भी राष्ट्र की बहुत थोड़ी पुस्तकें पठनीय होती हैं।

जॉर्ज बर्नार्ड शॉ

पुस्तकें विचार की समाधियाँ हैं।

हेनरी वड्सवर्थ लॉन्गफ़ेलो

अपना नाम छपा हुआ देखना निश्चित ही सुखद होता है। पुस्तक तो पुस्तक ही है भले ही उसमें कुछ हो।

लॉर्ड बायरन

भाषा की खानें दो हैं। एक पुस्तकों में, दूसरी जनता की जबान पर।

रामधारी सिंह दिनकर

जिस किताब में अच्छी कविता होती है, उसके पास दीमकें नहीं फटकतीं।

सिद्धेश्वर सिंह

कितना अच्छा होता कि जिस संख्या में कवियों के संग्रह छपे बताए जाते हैं, लगभग उतनी ही संख्या में उन्होंने कविताएँ भी लिखी होतीं।

सिद्धेश्वर सिंह

कोई भी पुस्तक जो एक वर्ष पुरानी हो कभी मत पढ़ो।

राल्फ़ वाल्डो इमर्सन

मेरे गुरु महाराज कहा करते थे— 'जो कुछ भी धन हो, उससे पुस्तकें प्रकाशित करो।' ग्रंथ प्रकाशित होते देखकर उन्हें अपार सुख होता था। अतः यह कार्य अच्छी प्रकार से करो। गुरु महाराज कहते थे— 'छापो, और छापो'। मैंने अपनी पुस्तकें छापी हैं, अब तुम भी ऐसा ही करो।

ए० सी० प्रभुपाद

अच्छा पाठक ही पुस्तक को अच्छा बनाता है।

राल्फ़ वाल्डो इमर्सन

बच्चे की ज़िंदगी एक लंबी ज़िंदगी है। उसमें एक किताब आकर चली नहीं जानी चाहिए।

रघुवीर सहाय