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बेला

साहित्य और संस्कृति की घड़ी

17 जनवरी 2025

‘मेटा 2025 : देश के सबसे बड़े थिएटर फ़ेस्टिवल का हिस्सा बनने का मौक़ा’

‘मेटा 2025 : देश के सबसे बड़े थिएटर फ़ेस्टिवल का हिस्सा बनने का मौक़ा’

देश का लोकप्रिय और चर्चित रंगमंच फ़ेस्टिवल और पुरस्कार—महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स (META) का 20वाँ संस्करण जल्द ही शुरू हो रहा है। थिएटर से जुड़े कलाकार 30 जनवरी 2025 तक आयोजन में अपनी नाट्य

16 जनवरी 2025

संभावना के संबोधन : अशोक वाजपेयी से पीयूष दईया की बातचीत

संभावना के संबोधन : अशोक वाजपेयी से पीयूष दईया की बातचीत

अत्यंत समादृत कवि-आलोचक और कला-प्रशासक अशोक वाजपेयी आज 85वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। यहाँ उन्हें शुभकामनाएँ देते हुए प्रस्तुत है—उनके द्वारा बोले-लिखे जा रहे आत्म-वृत्तांत से कुछ अंश। ये अंश अशोक

14 जनवरी 2025

महान् दार्शनिक दीपक कलाल का 'मुआ' फ़िनोमिनन

महान् दार्शनिक दीपक कलाल का 'मुआ' फ़िनोमिनन

प्रत्येक देश-काल में कोई न कोई प्रसिद्ध दार्शनिक ज़रूर होता है, जो उस समय को चिह्नित करता है और साथ ही उस समय की युग-चेतना को दर्शाने वाला दर्शन प्रस्तुत करता है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि महान् दार

13 जनवरी 2025

ब्रूस ली ने कहा है : शांति एक महाशक्ति है

ब्रूस ली ने कहा है : शांति एक महाशक्ति है

• मैं आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए इस दुनिया में नहीं हूँ और आप मेरी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए इस दुनिया में नहीं हैं। • आसान जीवन के लिए प्रार्थना न करें, कठिन जीवन को सहने की शक्ति के लि

12 जनवरी 2025

रविवासरीय : 3.0 : गद्यरक्षाविषयक

रविवासरीय : 3.0 : गद्यरक्षाविषयक

• गद्य की रक्षा करना एक गद्यकार का प्राथमिक दायित्व है। गद्यरत के गद्य की रक्षा कैसे होती है? आइए जानते हैं : गद्यरत जब प्रकाश पर रचे; तब चाहे कि प्रकाश के जितने भी संभव-असंभव आयाम हैं, वे सब व्यक

11 जनवरी 2025

अरुणाचल के न्यीशी जीवन का स्मृति-राग

अरुणाचल के न्यीशी जीवन का स्मृति-राग

‘गाय-गेका की औरतें’ जोराम यालाम नबाम के अब तक के जीवन में संभव में हुए प्रसंगों के संस्मरण हैं। जिस जगह के ये संस्मरण हैं; उसकी अवस्थिति अरुणाचल प्रदेश के ठेठ ग्रामीण ज़िले लोअर सुबानसिरी में है। पुस्

10 जनवरी 2025

आत्म-तर्पण : कबहुँ न नाथ नींद भरि सोयो

आत्म-तर्पण : कबहुँ न नाथ नींद भरि सोयो

‘हिन्दवी’ के विशेष कार्यक्रम ‘संगत’ के 89वें एपिसोड में हिंदी कथा साहित्य के समादृत हस्ताक्षर चन्द्रकिशोर जायसवाल ने यहाँ प्रस्तुत संस्मरणात्मक कथ्य ‘आत्म-तर्पण’ का ज़िक्र किया था, जिसके बाद कई साहित

10 जनवरी 2025

मंडी हाउस में जल्द शुरू होगा आद्यम थिएटर का सातवाँ संस्करण

मंडी हाउस में जल्द शुरू होगा आद्यम थिएटर का सातवाँ संस्करण

आद्यम थिएटर का सातवाँ संस्करण—राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के मंडी हाउस स्थित कमानी सभागार में 11 और 12 जनवरी से शुरू होगा। आद्यम थिएटर—आदित्य बिड़ला समूह की एक पहल है, जो भारतीय रंगमंच को बढ़ावा

09 जनवरी 2025

ज़िंदगी की बे-अंत नैरंगियों का दीदार

ज़िंदगी की बे-अंत नैरंगियों का दीदार

कहानी एक ऐसा हुनर है जिसके बारे में जहाँ तक मैं समझा हूँ—एक बात पूरे यक़ीन से कही जा सकती है कि आप कहानी में किसी भी तरह से उसके कहानी-पन को ख़त्म नहीं कर सकते, उसकी अफ़सानवियत को कुचल नहीं सकते।  उद

08 जनवरी 2025

किसे आवाज़ दूँ जो मुझे इस जाल से निकाले!

किसे आवाज़ दूँ जो मुझे इस जाल से निकाले!

14 दिसंबर 2024 इच्छाएँ बेघर होती हैं, उन्हें जहाँ भी चार दीवार और एक छत का आसरा दिखता है, वो वहीं टिक जाना चाहती हैं। मनुष्य का मन इच्छाओं का पहला घर है, चारों तरफ़ भटकने के बाद पहली बार उसे मनुष्