सच पर कविताएँ

सच्चाई

गोरख पांडेय

अरण्यानी से वापसी

श्रीनरेश मेहता

आत्मपरिचय

हरिवंशराय बच्चन

कुछ सचों के बारे में

लवली गोस्वामी

शेष सत्य

सुमेर सिंह राठौड़

कौन मुझको युद्ध को ललकारता है

कृष्ण मुरारी पहारिया

अब हम

अशोक वाजपेयी

सच-झूठ

कुमार मुकुल

संध्या के बाद

सुमित्रानंदन पंत

थोड़ा झूठ

निधीश त्यागी

एक थका हुआ सच

अतिया दाऊद

चरम सत्य

जगन्नाथ प्रसाद दास

सच है

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

ढाई अक्षर

ध्रुव शुक्ल

आदमी अध्यवसायी था

कुँवर नारायण

मूर्तियों का सच

सोनी पांडेय

सचाई

बालमणि अम्मा

औपचारिकताएँ

अंकुश कुमार

हस्तक्षेप

श्रीकांत वर्मा

आत्मकथ्य

जयशंकर प्रसाद

सत्यं शिवं सुंदरम्

रामविलास शर्मा

रूपांतर

कन्हैयालाल सेठिया

आशा बलवती है राजन्

नंद चतुर्वेदी

शायद

विनय दुबे

असलियत

मायानंद मिश्र

मृत्यु

अनुभव

सच

आशीष यादव

गांधी का चेहरा

रमाशंकर सिंह

सत्‍य

विष्णु खरे

स्याद्वाद

कन्हैयालाल सेठिया

सचाई

अब्दुल बिस्मिल्लाह

स्त्री सच है

सविता सिंह

मैं अगर चली जाऊँ

मनोरमा बिश्वाल महापात्र

सत्य और सपने

सौरीन्द्र बारिक

डर

गुलज़ार हुसैन

विचार आते हैं

गजानन माधव मुक्तिबोध

मुझे याद आ गए सुकरात

नित्यानंद गायेन

आभा

ग़ुलाम मुहीउद्दीन गौहर

सपने से सच तक

अतिया दाऊद

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