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संघर्ष पर उद्धरण

असंभव कहकर किसी काम को करने से पहले, कर्मक्षेत्र में काँपकर लड़खड़ाओ मत।

जयशंकर प्रसाद

हमारे आलस्य में भी एक छिपी हुई, जानी-पहचानी योजना रहती है।

गजानन माधव मुक्तिबोध

हमारे पूर्वजों ने अधिकारों के लिए संघर्ष किया, आज की पीढ़ी को कर्तव्य के लिए संघर्ष करना है।

सैमुअल स्माइल्स

किसी ने एक संघर्ष, एक दर्द, एक मौत सही।

हरमन हेस

जो पहले से मन में पूर्ण हो, उस प्रवाह को बह जाने से रोकने के लिए संघर्ष करो।

जैक केरुआक

पक्षी अंडे से बाहर निकलने के लिए संघर्ष करता है। अंडा ही दुनिया है। जो जन्म लेना चाहता है उसे एक दुनिया को नष्ट करना होगा।

हरमन हेस

हमारा संघर्ष भी भूलने के ख़िलाफ़ स्मृति का संघर्ष है।

बेल हुक्स

अपने और विश्व के बीच के संघर्ष में विश्व का साथ दो।

फ्रांत्स काफ़्का

अपना संघर्ष ख़ुद चुनो।

मार्क मैंसन

हम भाषा से जूझ रहे हैं।

लुडविग विट्गेन्स्टाइन

तुम्हें मुझे माफ़ कर देना चाहिए, क्योंकि मैंने सिर्फ़ तुम्हारे लिए संघर्ष किया था।

एमिली ब्रॉण्टे

हम भाषा के साथ संघर्ष में उलझे हुए हैं।

लुडविग विट्गेन्स्टाइन

किसी को भी दूसरे के श्रम पर मोटे होने का अधिकार नहीं है। उपजीवी होना घोर लज्जा की बात है। कर्म करना प्राणी मात्र का धर्म है।

प्रेमचंद

दुःख उठाने वाला प्रायः टूट जाया करता है, परंतु दुःख का साक्षात् करने वाला निश्चय ही आत्मजयी होता है।

श्रीनरेश मेहता
  • संबंधित विषय : दुख

परंपरा और विद्रोह, जीवन में दोनों का स्थान है। परंपरा घेरा डालकर पानी को गहरा बनाती है। विद्रोह घेरों को तोड़कर पानी को चोड़ाई में ले जाता है। परंपरा रोकती है, विद्रोह आगे बढ़ना चाहता है। इस संघर्ष के बाद जो प्रगति होती है, वही समाज की असली प्रगति है।

रामधारी सिंह दिनकर

सामाजिक चेतना सामाजिक संघर्षों में से उपजती है।

गोरख पांडेय

इस आधुनिक (रूसी) क्रांति का अध्ययन बहुत रोचक है। जो रूप इसने अब ग्रहण किया है, वह मार्क्सवादी सिद्धांत मतांधताओं को रूस की अनिच्छुक प्रतिभा पर लादने के प्रयत्न के फलस्वरूप है। हिंसा पुनः असफल रहेगी। यदि मैंने परिस्थिति को ठीक समझा है, तो मुझे एक प्रतिक्रांति की आशा है। कार्ल मार्क्स के समाजवाद से अपनी स्वाधीनता के लिए रूस की आत्मा अवशय संघर्ष करेगी।

चितरंजन दास

महान संघर्षों में पाखंडपूर्ण कार्य भी साथ-साथ होते रहते हैं। हमारा कर्तव्य है कि हम इनके प्रति सतर्क रहें।

महात्मा गांधी

मैंने अपनी कविता में लिखा है 'मैं अब घर जाना चाहता हूँ', लेकिन घर लौटना नामुकिन है; क्योंकि घर कहीं नहीं है।

श्रीकांत वर्मा

भ्रातृ-संघर्ष निर्मम होता है।

अरस्तु

अगर इनसान पैसे और शोहरत का मोह छोड़ दे तो वह ख़तरनाक हो जाता है, कोई उसे बरदाश्त नहीं कर पाता, सब उससे दूर भागते हैं, या उसे पैसा और शोहरत देकर फिर मोह के जाल में फाँस लेना चाहते हैं।

कृष्ण बलदेव वैद

हम जितनी कठिनता से दूसरों को दबाए रखेंगे, उतनी ही हमारी कठिनता बढ़ती जाएगी।

जयशंकर प्रसाद

हे देशवासी, तू अपने आप को पहचान। अपने हृदय मस्तिष्क से काम लेकर तू परतंत्रता का दाग़ मिटा दे। तू क्रांति ला, क्रांति ला। तेरी मेहनत की कमाई से दूसरे धनवान बन रहे हैं। तू किन के सामने भटकता है और किन के भय से डरता है। अपने ख़ून-पसीने से तू जिनके लिए नींव बना रहा है, वही लोग तुझे हेय समझते हैं। हे पौरुषहीन! क्रांति ला, क्रांति ला।

अब्दुल अहद 'आज़ाद'

परिश्रम ही हर सफलता की कुंजी है और वही प्रतिभा का पिता है।

कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर

हम दोपहर में अपने पसीने को व्यय करते हैं और रात्रि में तेल को। हर रात्रि में चिंतन करके थकते हैं और दिन में परिश्रम करके।

फ़्रांसिस क्वार्ल्स

काम करके कुछ उपार्जन करना शर्म की बात नहीं, दूसरों का मुँह ताकना शर्म की बात है।

प्रेमचंद

जो मुझसे नहीं हुआ, वह मेरा संसार नहीं।

श्रीकांत वर्मा

अगर इस दुनिया को ईश्वर का ख़्वाब समझ लिए जाए तो ईश्वर से अपेक्षा कम हो जाए, हमदर्दी ज़्यादा।

कृष्ण बलदेव वैद

आकाश हम छू रहे हैं, ज़मीन खो रहे हैं।

ज्ञानरंजन

परिश्रम के पश्चात् नींद, तूफ़ानी समुद्र के पश्चात् बंदरगाह, युद्ध के पश्चात् विश्राम और जीवन के पश्चात् मृत्यु अत्यधिक आनंदप्रद होते हैं।

एडमंड स्पेंसर

प्रतिभाशाली व्यक्ति किसी कार्य में इसलिए उत्कृष्ट नहीं होते कि वे उसमें परिश्रम करते हैं। अपितु वे उसमें परिश्रम करते हैं क्योंकि वे उसमें उत्कृष्ट होते हैं।

विलियम हेज़लिट

देवता हमें कठोर परिश्रम के मूल्य पर सभी अच्छी वस्तुएँ देते हैं।

एपिकुरस

आँच केवल आग में ही नहीं पाई जाती। कभी एकांत मिले तो अपने लिखे हुए के तापमान को जाँचो।

सिद्धेश्वर सिंह
  • संबंधित विषय : आग

सारी संभावनाएँ स्थापित होने पर ख़त्म हो जाती हैं।

ऋतुराज

आगे का कलाकार मेहनतकश की ओर देखता है।

शमशेर बहादुर सिंह

क्या यही सच है कॉमरेड कि विचार और क्रिया में दूरी हमेशा बनी रहती है?

गोरख पांडेय

मेहनत से धरती जो देती है, वह सोना बनता है।

रांगेय राघव

मूल से वृक्ष उखाड़ देने पर डाल काटने में क्या परिश्रम है?

भास
  • संबंधित विषय : पेड़

जो भी अपनी भूमि पर अँगूठे के बल खड़ा हो जाता है, वट-वृक्ष हो जाता है।

श्रीनरेश मेहता

चाहे सूखी रोटी ही क्यों हो; परिश्रम के स्वार्जित भोजन से मधुर और कुछ नहीं होता।

तिरुवल्लुवर

निरंतर अथक परिश्रम करने वाले भाग्य को भी परास्त कर देंगे।

तिरुवल्लुवर

ये काफ़ी है कि अगर मैं किसी चीज़ का धनी हूँ तो वह उलझनें हैं, की निश्चिन्त्ताएं।

होर्खे लुई बोर्खेस

मैं बाद अज़मर्ग कामयाबी का मुरीद हूँ।

कृष्ण बलदेव वैद

मेरे पास कुछ पैसे थे। मैंने सबसे सुंदर पेंटिंग्स बनाईं। मैं पूर्ण रूप से एकांत प्रिय था। मैंने बहुत काम किया। मैंने बहुत सारा नशा किया। लोगों के लिए मैं भयानक था।

ज्यां मिशेल बस्कवा

मुक्ति के बिना समानता प्राप्त नहीं की जा सकती और समानता के अभाव में मुक्ति संभव नहीं है।

ऋतुराज

कोई यथार्थ से जूझकर सत्य की उपलब्धि करता है और कोई स्वप्नों से लड़कर। यथार्थ और स्वप्न दोनों ही मनुष्य की चेतना पर निर्मम आघात करते हैं, और दोनों ही जीवन की अनुभूति को गहन गंभीर बनाते हैं।

सुमित्रानंदन पंत

मैं पैदाइशी ‘अछूत’ हूँ। मुझे किसी संस्था में कोई आस्था नहीं। बकवास और ख़ुराफ़ात मुझसे बरदाश्त नहीं होते। स्याह को सफ़ेद या भूरा मैं नहीं कह सकता। खेल मैं नहीं खेलता।

कृष्ण बलदेव वैद

कहीं भी आग लगना बुरा है, मगर यह उत्साह पैदा करता है। आग आदमी को आवाज़ देकर सामने कर देती है।

धूमिल
  • संबंधित विषय : आग

बाधाएँ मुझे कुचल नहीं सकतीं। प्रत्येक बाधा कठोर संकल्प की ओर ले जाती है।

लियोनार्डो दा विंची

स्वप्नद्रष्टा या निर्माता वही हो सकता है, जिसकी अंतर्दृष्टि यथार्थ के अंतस्तल को भेदकर उसके पार पहुँच गई हो, जो उसे सत्य समझकर केवल एक परिवर्तनशील अथवा विकासशील स्थिति भर मानता हो।

सुमित्रानंदन पंत
  • संबंधित विषय : सच