Font by Mehr Nastaliq Web

उदारता पर उद्धरण

सर्वत्र उदारता से काम नहीं करना चहिए।

भास

उदार जन का सेवक भी उदार ही होता है।

भास

महापुरुषों में ही इस तरह उदारता की अधिकता होती है जो अन्य लोगों में नहीं होतीं और जिससे वे त्रिभुवन को अपने वश में कर लेते हैं।

बाणभट्ट