
अनुभव और दंड ऐसी सीख देते हैं जो अन्य उपायों से संप्रेषित नहीं होती।

पहली बात जो मैंने स्कूल में सीखी वह यह थी कि कुछ लोग बेवक़ूफ़ होते हैं, दूसरी बात जो मैंने सीखी वह यह कि कुछ तो इससे भी बदतर हैं।

बिना शिकायत के सहना, एकमात्र सबक़ है जो हमें इस जीवन में सीखना है।

जीवन तैरना सीखने की तरह है। ग़लतियाँ करने से मत डरो, क्योंकि जीना सीखने का और कोई तरीक़ा नहीं है!

व्यक्ति किसी और से प्यार करने और किसी और से प्यार प्राप्त करने के सरल कृत्यों से ख़ुद से प्यार करना सीखता है।

हमें ‘इस बीच में’ की अद्भुत लय को पकड़ना सीखना चाहिए।

बुरे लोगों को सज़ा देना ईश्वर का काम है, हमें माफ़ करना सीखना चाहिए।

अनुभव सबसे क्रूर शिक्षक है। लेकिन तुम सीखते हो, मगर क्या तुम सच में सीखते हो।

आज के ज़माने में ऐसा होता है कि बहुत सी बातें क़ानून के अनुकूल होने पर भी न्यायबुद्धि के प्रतिकूल होती हैं। इसलिए न्याय के रास्ते धन कमाना ही ठीक हो, तो मनुष्य का सबसे पहला काम न्याय-बुद्धि को सीखना है।

'आदानेक्षिप्रकारिता प्रतिदाने चिरायुता' अर्थात् ग्रहण करने में शीघ्रता करनी चाहिए किंतु जब दूसरों को देने का अवसर आए तब उसमें देर लगानी चाहिए। शिल्पी पर शास्त्रकार ने यह जो आदेश लागू किया है, उसका एक अर्थ है कि वस्तु के कौशल और रस को चटपट ग्रहण करना चाहिए। किंतु प्रस्तुत करते समय सोच-समझकर चलना चाहिए।

तुम्हारी जेब में एक पैसा है, वह कहाँ से और कैसे आया है, वह अपने से पूछो। उस कहानी से बहुत सीखोगे।


संसार में संभव सभी अनुमानों और वर्णनों से किसी सड़क के प्राप्त होने वाले ज्ञान की तुलना में तुम्हें उस पर यात्रा करने से उस सड़क का अधिक ज्ञान प्राप्त होगा।

अत्यधिक दुःखी लोग गलती से काव्य-क्षेत्र में आ जाते हैं। जो वे गीतों में सिखाते हैं, उसे वे दुःखों में सीखते हैं।

आलोचना को छोड़कर हर व्यवसाय सीखने में मनुष्य को अपना समय लगाना चाहिए क्योंकि आलोचक तो सब बने बनाए ही हैं।

पढ़ने का एक उद्देश्य उस सुख या आनंद की तलाश है जो केवल साहित्य दे सकता है।

मानवों का विद्यालय 'उदाहरण' है और वे अन्यत्र कुछ नहीं सीखेंगे।

कामयाबी तभी मिलती है, जब आप खेल को रणनीति बना कर खेलें, लगातार सीखते रहें और उस सीख पर अमल करते रहें।

यदि हम किसी बड़े कहानीकार से सीखना चाहते हैं कि कहानी कैसे लिखी जाती है, तो भी हम धीरे-धीरे पढ़ेंगे, उसकी कला के औज़ारों पर ध्यान देते हुए आगे बढ़ेंगे।

सेंध लगाते पकड़ा गया चोर भी यही कहता है कि वह दीवार में छेद करना सीख रहा था।

बुरा वक़्त बहुत कुछ सिखा देता है।

नाकामी को भी बेकार मत जाने दीजिए। हर एक ग़लती से सीख लीजिए।

पहला होना मौलिक होना है। आप नियम बनाते हैं। आख़िरी होना भी सही है, क्योंकि आप दूसरों की गलतियों से सीखते हैं।

किसी भाषा को सीखने की मेरी विधि सदैव वाइबिल से प्रारंभ करना है जिसे मैं बिना शब्द-कोश की सहायता के पढ़ सकता हूँ।

पढ़ना सीख लेने के बाद तेज़ गति से पढ़ना एक हद तक स्वाभाविक इच्छा जैसा दिखता है। यह बात किसी के कौशल के बारे में कही जा सकती है। साइकिल चलाना सीख लेने पर तेज़ रफ़्तार से साइकिल चलाने की इच्छा होती है।

कल्पना और विचार ऐसे दो आयाम हैं जिन्हें न तो हम सीख की श्रेणी में रख सकते हैं न मनोरंजन की।

अँग्रेज़ी में कुछ सीखना एक बात है, अँग्रेज़ी को अपने सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यों का माध्यम बना लेना दूसरी बात है। जापानियों, चीनियों आदि ने अँग्रेज़ी से सीखा है, लेकिन अपनी भाषाओं को अविकसित मानकर उन्होंने अँग्रेज़ी को राजभाषा नहीं बनाया।

ज़िंदगी अपने तरीक़े से आपको सिखाती रहती है। रूप बदल-बदलकर एक ही सीख तब तक देती रहती है, जब तक आप उसका संदेश समझ नहीं लेते।

सीख का विलोम मनोरंजन नहीं है। सीख और मनोरंजन के अलावा भी साहित्य की चर्चा के लायक़ अनेक आयाम हैं।

ख़ूब सीखना और ख़ूब सीखना। जिसे जो आता है, वह उसे दूसरे को सिखाए और जो भी सीख सके, सीखे।
