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अवधी पर कविताएँ

तुम भाड़ा दइ पइहौ

रफ़ीक़ शादानी

चाहत नबी की हय

रफ़ीक़ शादानी

कुपंथी औलाद

रफ़ीक़ शादानी

हलाल करौ माँ

रफ़ीक़ शादानी

बुरा मनिहयँ

रफ़ीक़ शादानी

चौबीस घंटा पहिले

रफ़ीक़ शादानी

बेचि लिहिन

रफ़ीक़ शादानी

ए भइया

रफ़ीक़ शादानी

हमसे न कहा जाई

रफ़ीक़ शादानी

नवा साल आवा

रफ़ीक़ शादानी