प्रकृति पर कविताएँ
प्रकृति-चित्रण काव्य
की मूल प्रवृत्तियों में से एक रही है। काव्य में आलंबन, उद्दीपन, उपमान, पृष्ठभूमि, प्रतीक, अलंकार, उपदेश, दूती, बिंब-प्रतिबिंब, मानवीकरण, रहस्य, मानवीय भावनाओं का आरोपण आदि कई प्रकार से प्रकृति-वर्णन सजीव होता रहा है। इस चयन में प्रस्तुत है—प्रकृति विषयक कविताओं का एक विशिष्ट संकलन।
संबंधित विषय
- आकाश
- आँख
- आत्म
- इच्छा
- एकांत
- करुणा
- कविता
- कोरोना
- गाँव
- चिड़िया
- चीज़ें
- जंगल
- जीवन
- तस्वीर
- दर्द
- देह
- दिन
- नदी
- पेट्रोला
- पेड़
- पत्र
- पृथ्वी
- प्रकृति
- प्रतिरोध
- प्रेम
- पर्वत
- पानी
- फूल
- बच्चे
- बादल
- बाल साहित्य
- भविष्य
- मृत्यु
- मिथक
- मौसम
- यात्रा
- रहस्य
- रात
- लंबी कविता
- लोक
- लौटना
- वृद्धावस्था
- वर्षा
- वैलेंटाइन
- शहर
- शिशिर
- सुख
- संगीत
- संघर्ष
- स्त्री
- संबंध
- स्मृति
- समय
- सूर्य
- स्वप्न
- संसार
- सौंदर्य
- हत्या
- हवा
- हँसी
- हिंसा