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अख़बार पर उद्धरण

विशुद्ध व्याकरण और परिभाषा आदि के द्वारा घटना का बखान करने से ही यदि घटना का पूरा बखान हो जाता तो साहित्य समाचार-पत्रों में ही बंद रहता।

अवनींद्रनाथ ठाकुर

जो गृहिणियाँ अपने पति को अख़बार के पीछे से घूर रही होती हैं, या बिस्तर पर उनकी साँसों को सुन रही होती हैं, वे किराए के कमरे में रहने वाली अविवाहिता से भी ज़्यादा अकेली हैं।

जेर्मेन ग्रीयर

सफलता वह जगह है जो एक व्यक्ति अख़बार में घेरता है।

एलायस कनेटी

हिंदी में राजनैतिक आलोचना करने वाले अख़बार अब नहीं हैं।

कृष्ण कुमार

थोड़ा भाषण देना जाने से, और अख़बारों मे लिखना सीख जाने से ही नेता बन जाने की नौजवानों मे कल्पना हो तो वह ग़लत है। सीढ़ी-दर-सीढ़ी चढ़ना चाहिए

सरदार वल्लभ भाई पटेल

मूर्खता, दुर्बलता, पक्षपात, ग़लत धारणा, ठीक धारणा, हठधर्मिता और समाचारपत्रों के अंशों के मिले-जुले रूप का नाम जनमत है।

रॉबर्ट पील

ख़त निजी अख़बार है घर का।

गिरिजाकुमार माथुर

अख़बार लिखने वाले मामूली सिक्के के मनुष्य होते हैं।

सरदार पूर्ण सिंह

हिंदी में तो जैसे अब जो कुछ है, स्मार्ट फ़ोन पर है। अख़बारों में शायद ही कभी कोई क़ायदे की विवेचना छपती हो।

कृष्ण कुमार

हिंदी के बड़े अख़बार उसकी आत्मा को बेचने में जुटे हैं।

कृष्ण कुमार

समाचारपत्रों से भाषा बिगड़ती है।

भालचंद्र नेमाडे