Font by Mehr Nastaliq Web

नास्तिक पर उद्धरण

नास्तिकता प्रायः धर्म की प्राणशक्ति की अभिव्यक्ति रही है, धर्म में वास्तविकता की खोज रही है।

सर्वेपल्लि राधाकृष्णन

मनुष्य और मनुष्य की मज़दूरी का तिरस्कार करना नास्तिकता है।

सरदार पूर्ण सिंह

नास्तिकता शुष्क छिलका है जो ऊपर से विलक हो गया तो उसके नीचे धर्म का कोमल और स्वादिष्ट छिलका पाया गया।

रूमी

मेरा ईश्वर तो मेरा सत्य और प्रेम है। नीति और सदाचार ईश्वर है। निर्भयता ईश्वर है। ईश्वर जीवन और प्रकाश का मूल है। फिर भी वह इन सबसे परे है। ईश्वर अंतरात्मा ही है। वह तो नास्तिकों की नास्तिकता भी है।

महात्मा गांधी

आशावाद आस्तिकता है। सिर्फ़ नास्तिक ही निराशावादी हो सकता है।

महात्मा गांधी

ईश्वर को नहीं मानने से सबसे बड़ी हानि वही है, जो हानि अपने को मानने से हो सकती है। अर्थात् ईश्वर को मानना आत्महत्या के समान है।

महात्मा गांधी

नास्तिकता द्वारा अस्वीकृत सभी महान सत्यों को स्वीकार करने में जितनी श्रद्धा की आवश्यकता है, उससे अनन्त गुनी श्रद्धा नास्तिक बनने के लिए आवश्यक है।

थॉमस एडिसन
  • संबंधित विषय : सच

आस्तिक और नास्तिक उनमें इसी बात पर लड़ाई है। कि ईश्वर को ईश्वर कहा जाए या कोई दूसरा नाम दिया जाए।

सैमुअल बटलर

हे ब्रह्मन्! धन के लोभी और नास्तिक मनुष्यों ने वैदिक वचनों का तात्पर्य समझकर सत्य से प्रतीत होने वाले मिथ्या यज्ञों का प्रचार कर दिया है।

वेदव्यास

जो ईश्वर पर विश्वास करता है, उसी में आत्मशक्ति है, नास्तिक में आत्मशक्ति नहीं होती।

भगवती चरण वर्मा

आस्तिक और नास्तिक दोनों ही आस्थावान होते है। आस्था विधायक और नकारात्मक दोनों ही प्रकार की होती है।

ओशो