Font by Mehr Nastaliq Web

मौन पर कविताएँ

जो मौन हैं

नवनीत पांडे

मौन में मायने

निधीश त्यागी

चुप रहिए

राम जन्म पाठक

मृत्यु

महिमा कुशवाहा

पुरानी ख़ामोशी

दिलीप शाक्य

साँवली ख़ामोशी

विजय बहादुर सिंह

चुप्पी

आशीष यादव

शब्द

उमाशंकर जोशी

कहीं तो फूटो

नंदकिशोर आचार्य

अनाहत नीरवता के नग्न लोक में

वीरेंद्र कुमार जैन

किंतु वे ख़ामोश रहे

शिवमंगल सिद्धांतकर

इलाहाबाद के हवाले से

राहुल द्विवेदी

राजा अगर रोता है

चंद्रेश्वर

चुप्पी और संवाद

रुचि बहुगुणा उनियाल

भरपेट भूखा

सुधा उपाध्याय

जाती हुई माँ

सुधा उपाध्याय

निःशब्द प्रेम

चंद्रकुमार

रसिका

नित्यानंद गायेन

घना पल

निधीश त्यागी

महनीय मौन

अर्पण कुमार

यूँ सोते-जागते

द्वारिका उनियाल

मौन

उमाशंकर जोशी

बैठ गई

प्रमोद बेड़िया

आज टूटा मौन, मन कुछ गा रहा है

कृष्ण मुरारी पहारिया

उनकी चुप

प्रतिभा कटियार

मौन पर एक नज़रिया

मुसाफ़िर बैठा

मौन

प्रतिभा चौहान

मौन में

राजेंद्र शाह

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

पास यहाँ से प्राप्त कीजिए