Font by Mehr Nastaliq Web

सौंदर्य पर गीत

सौंदर्य सुंदर होने की

अवस्था या भाव है, जो आनंद और संतोष की अनुभूति प्रदान करता है। सौंदर्य के मानक देश, काल, विषय और प्रसंग में बदलते रहते हैं। प्रस्तुत चयन में उन कविताओं को शामिल किया गया है; जिनमें सुंदरता शब्द, भाव और प्रसंग में प्रमुखता से उपस्थित है।

खिली थी, झर गई बेला

देवेंद्र कुमार बंगाली

एक पेड़ चाँदनी

देवेंद्र कुमार बंगाली

अगर नदी में लहर न होती

विनोद श्रीवास्तव

कार्नेलिया का गीत

जयशंकर प्रसाद

किसे भूल जाऊँ?

शंभुनाथ सिंह

दृष्टि

राघवेंद्र शुक्ल

चाँद-किरन

देवेंद्र कुमार बंगाली

धूप हल्दिया छाँव काजली

हरिहर प्रसाद चौधरी ‘नूतन’

अनारकली

गोपालशरण सिंह

चकाचौंध

शंभुनाथ सिंह

हृदय का सौंदर्य

जयशंकर प्रसाद

जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

टिकट ख़रीदिए