सौंदर्य पर सवैया

सौंदर्य सुंदर होने की

अवस्था या भाव है, जो आनंद और संतोष की अनुभूति प्रदान करता है। सौंदर्य के मानक देश, काल, विषय और प्रसंग में बदलते रहते हैं। प्रस्तुत चयन में उन कविताओं को शामिल किया गया है; जिनमें सुंदरता शब्द, भाव और प्रसंग में प्रमुखता से उपस्थित है।

पिंडली वर्णन (नखशिख)

अब्दुर्रहमान 'प्रेमी'

यौवन मान सरोवर में कुच

नाथूराम शर्मा 'शंकर'

हाथ छ-सात फिरै मग में

बेनी बेंतीवाले

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

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