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अज़र नफ़ीसी

1948 | तेहरान

ईरानी मूल की अमेरिकी लेखिका और प्राध्यापक। 'रीडिंग लोलिता इन तेहरान' कृति के लिए चर्चित।

ईरानी मूल की अमेरिकी लेखिका और प्राध्यापक। 'रीडिंग लोलिता इन तेहरान' कृति के लिए चर्चित।

अज़र नफ़ीसी के उद्धरण

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किसी मक़सद के लिए मरने के लिए साहस की आवश्यकता होती है, लेकिन किसी उद्देश्य के लिए जीने के लिए भी साहस की आवश्यकता होती है।

अनुवाद : सरिता शर्मा

एक बार जब बुराई व्यक्तिगत हो जाती है, रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन जाती है तो उसका विरोध करने का तरीक़ा भी व्यक्तिगत हो जाता है। आत्मा कैसे जीवित रहती है? यह आवश्यक प्रश्न है। और उत्तर यह है : प्रेम और कल्पना से।

अनुवाद : सरिता शर्मा

उसने कहा, ‘वास्तविकता इतनी असहनीय हो गई है, इतनी धूमिल कि अब मैं केवल अपने सपनों के रंगों से ही अभिव्यक्त कर सकती हूँ।

अनुवाद : सरिता शर्मा

मेरे इतने लोकप्रिय होने का कारण यह है कि मैं दूसरों को वह लौटाती हूँ जो उन्हें स्वयं में खोजने की आवश्यकता होती है।

अनुवाद : सरिता शर्मा

प्रत्येक परीकथा वर्तमान सीमाओं को पार करने की क्षमता प्रदान करती है, इसलिए एक अर्थ में परीकथा आपको वह स्वतंत्रता प्रदान करती है, जिसे वास्तविकता अस्वीकार करती है।

अनुवाद : सरिता शर्मा

हम प्राचीन देशवासियों के पास अपना अतीत है—हम अतीत के प्रति आसक्त रहते हैं। उन, अमेरिकियों का एक सपना है: वे भविष्य के वादे के बारे में उदासी महसूस करते हैं।

अनुवाद : सरिता शर्मा

स्वतंत्र होना, अपने निर्णयों की ज़िम्मेदारी लेना भयावह है।

अनुवाद : सरिता शर्मा

इस बात में थोड़ी सांत्वना है कि लाखों लोग हमसे अधिक दुखी हैं। हमें दूसरे लोगों के दुःख से अधिक ख़ुश या अधिक संतुष्ट क्यों होना चाहिए?

अनुवाद : सरिता शर्मा

मैं अकेले मन ही मन कुढ़ती रहती हूँ।

अनुवाद : सरिता शर्मा

मैं बारिश की याद के साथ, अचानक फिर से धूप वाले रास्ते पर अकेली रह गई हूँ।

अनुवाद : सरिता शर्मा

कल्पित कथा मकड़ी के जाल की तरह है, जो शायद थोड़ा-बहुत जुड़ा हुआ है, लेकिन फिर भी चारों कोनों पर जीवन से जुड़ा हुआ है।

अनुवाद : सरिता शर्मा

डर के साथ झूठ और औचित्य भी आते हैं, जो चाहे कितने भी विश्वसनीय क्यों हों; हमारे आत्म-सम्मान को कम कर देते हैं।

अनुवाद : सरिता शर्मा

सच्चे संवाद के लिए अक्षमता का अर्थ है—सहिष्णुता, आत्म-चिंतन और सहानुभूति की अक्षमता।

अनुवाद : सरिता शर्मा

आप सिर्फ़ किसी चीज़ के ख़िलाफ़ ज़िद्दी नहीं हो सकते, आपको किसी चीज़ के पक्ष में भी ज़िद्दी होने की ज़रूरत है।

अनुवाद : सरिता शर्मा

जो लोग निर्णय लेते हैं उन्हें किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व के सभी पहलुओं को ध्यान में रखना चाहिए।

अनुवाद : सरिता शर्मा

मैं अब नहीं मानती कि हम चुप रह सकते हैं। हम वास्तव में ऐसा कभी नहीं करते, ध्यान रहे।

अनुवाद : सरिता शर्मा

हम सभी को भुगतना पड़ा, लेकिन उन अपराधों के लिए नहीं जिनके लिए हम पर आरोप लगाए गए थे। अन्य हिसाब भी चुकता करने थे।

अनुवाद : सरिता शर्मा

जितना अधिक हम मरेंगे, हम उतना ही मज़बूत बनेंगे।

अनुवाद : सरिता शर्मा

हम आप जैसे लोगों से ईर्ष्या करते हैं, और हम आप जैसा बनना चाहते हैं; हम ऐसा नहीं कर सकते, इसलिए हम तुम्हें नष्ट कर देते हैं।

अनुवाद : सरिता शर्मा

मैं मुकम्मिल विफलता हूँ।

अनुवाद : सरिता शर्मा

कला रोटी जितनी उपयोगी है।

अनुवाद : सरिता शर्मा

  • संबंधित विषय : कला

दूर जाने से उतनी मदद नहीं मिलेगी जितना आप सोचते हैं। याद तो साथ रहती ही है, दाग़ भी साथ रहता है। यह कोई ऐसी चीज़ नहीं है जिसे आप जाने के बाद छोड़ देते हैं।

अनुवाद : सरिता शर्मा

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