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प्रसिद्ध पर कविताएँ

शहर

रेखा राजवंशी

माँ तो रही नहीं अब

अलका सिन्हा

मेरी माँ

अलका सिन्हा

लड़कियाँ

रेखा राजवंशी

महानगर में मज़दूर

रमेश प्रजापति

कविता का मोगरा फूल

कपिल भारद्वाज

मैं रोती क्यों नहीं?

शिवांगी सौम्या

ये कौन-सा सूरज निकला है

शिवांगी सौम्या

अधूरा संत्रास

कपिल भारद्वाज

समुद्र

रमेश प्रजापति

अचार का बवाम

शिवांगी सौम्या

हालात

जयंत शुक्ला

बौंजाई

अलका सिन्हा

जूवनाइल लड़कियाँ

अलका सिन्हा

जोगी

कपिल भारद्वाज

दो होने की क़ीमत

अलका सिन्हा

अरी! लकड़ी

रमेश प्रजापति

हवा

रमेश प्रजापति