सिफ़्सी लेकर आ रहा है देश-विदेश की 150 फ़िल्में
हिन्दवी डेस्क
10 अप्रैल 2024

स्माइल फ़ाउंडेशन—यूरोपीय संघ (भारत में यूरोपीय संघ का प्रतिनिधिमंडल) के साथ साझेदारी में बच्चों और नौजवानों के लिए वार्षिक स्माइल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (सिफ्सी) के 10वें संस्करण की मेज़बानी करेगा। सिफ़्सी ने अपने 10वें साल में हाइब्रिड मॉडल में व्यवस्थित करने के लिए भारत और विदेश से फ़िल्मों की एक विविध सूची तैयार की है। उद्घाटन और पुरस्कार-समारोह सहित मुख्य समारोह 9-11 अप्रैल के दौरान पीएचडी हाउस, नई दिल्ली में होगा। सिफ़्सी को पूरे भारत में 50 अलग-अलग स्थानों पर एक साथ आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही सिफ़्सी देश के सबसे बड़े आर्ट एंड कल्चरल फ़ेस्टिवल में शुमार हो जाएगा।
यूरोपीय संघ और उसके सदस्य देश जैसे जर्मनी, चेक गणराज्य और पोलैंड इस वर्ष प्रमुख देशों के रूप में केंद्र में रहेंगे। सिफ़्सी 2024 में विभिन्न श्रेणियाँ होंगी जैसे अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता (फ़ीचर और शॉर्ट्स), 70 एमएम स्माइल जिसमें विश्व पैनोरमा फ़ीचर और ग़ैर-फ़ीचर फ़िल्में शामिल होंगी, जबकि येलो कार्पेट सेगमेंट में मलयालम, गुजराती, मराठी, बंगाली, राजस्थानी, कार्बी, गढ़वाली, नेपाली तथा विविध भारतीय क्षेत्रीय सिनेमा का जश्न मनाया जाएगा। बच्चों द्वारा बनाई गई फ़िल्में टेक वन में देखी जा सकती हैं और एक्स्ट्रा स्माइल्स सेंगमेंट में पुराने संस्करणों के साथ-साथ क्लासिक्स की सर्वश्रेष्ठ सिफ़्सी फ़िल्मों को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
इस वर्ष कई विशेष फ़िल्मों में चेक गणराज्य के बाटा विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा बनाई गई 10 फ़िल्में शामिल हैं, जिन्हें भारत में चेक गणराज्य के दूतावास पेश करेगा। टीवी स्टूडियो एनिमेटेड फ़िल्म्स, पोलैंड द्वारा क्यूरेट किए गए आठ क्लासिक एनिमेशन (1990/35 मिमी) पोलैंड के प्रशंसित फ़िल्म व्यक्तित्व जेरज़ी मोस्ज़कोविज़ द्वारा पोलिश इंस्टीट्यूट नई दिल्ली के साथ प्रस्तुत किए जाएँगे। जर्मनी की आठ पुरस्कार विजेता फिल्में श्लिंगेल अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म फ़ेस्टिवल के माध्यम से प्रस्तुत की जाएँगी। 30 से अधिक देशों (संयुक्त राज्य अमेरिका, स्पेन, कोलंबिया, पुर्तगाल, बेल्जियम, यूक्रेन, क्रोएशिया, ग्रीस, ऑस्ट्रिया, जर्मनी, एस्टोनिया, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, चेक गणराज्य और मलेशिया सहित) के बच्चों की बनाई गई फ़िल्में प्रदर्शित की जाएँगी। इस फ़ेस्टिवल में पर्यावरण, पारिवारिक मूल्य, समावेशन, विकलांगता, दोस्ती, कला और संस्कृति, युद्ध और शांति और कई अन्य महत्त्वपूर्ण विषयों पर युवा वर्ग फ़िल्म-प्रेमियों के लिए उपलब्ध कराए जाएँगे।
सिफ़्सी के अध्यक्ष और स्माइल फ़ाउंडेशन के सह-संस्थापक और कार्यकारी ट्रस्टी शांतनु मिश्र ने इस मौक़े पर कहा, “मेरा मानना है कि अच्छा सिनेमा वास्तविकता को चित्रित करने और मूल्यों का अनुकरण करने के लिए सबसे शक्तिशाली माध्यम में से एक है। अच्छे सिनेमा से युवा मन में व्यक्तिगत, भावनात्मक, सामाजिक और नैतिक कर्त्तव्यों के बारे में चर्चा और चिंतन को प्रोत्साहित करने की शक्ति होती है, जिससे युवा वर्ग बेहतर और मज़बूत व्यक्ति बन पाते हैं। सिफ़्सी जैसे मंच हमारे समाज में सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन लाने में योगदान देना चाहते हैं जो युवा माइंड से ही शुरू होता है।”
सिफ़्सी फ़ेस्टिवल के निदेशक जितेंद्र मिश्र ने इस अवसर पर कहा, “जैसा कि हम सिफ़्सी फ़ेस्टिवल की 10वीं वर्षगाँठ मना रहे हैं, इस वर्ष हम देश भर में कई स्थानों पर बड़े युवा दर्शकों तक पहुँचने और अतिरिक्त सिने रंग भरने की कोशिश कर रहे हैं। हम 40 देशों की 150 फ़िल्मों की स्क्रीनिंग करने जा रहे हैं, इसके अलावा बच्चों और नौजवानों के लिए दस अलग-अलग प्रकार के फ़िल्म-संबंधित इंटरेक्टिव सत्र और क्षमता-निर्माण कार्यशालाएँ भी मुफ़्त में आयोजित करेंगे।”
सिफ़्सी में भारत के कोने-कोने के स्कूलों और समुदायों की बड़ी भागीदारी देखने को मिलेगी। नई पीढ़ी के कल्पनाशील दिमाग़ो को आकर्षित करने के लिए स्क्रीनिंग और कई कार्यक्रम निर्धारित हैं। चुनी गईं फ़िल्में और कार्यक्रम पूरे सप्ताह के लिए फ़ेस्टिवल के एक समर्पित सुरक्षित, जियो आभासी मंच पर स्ट्रीम किए जाएँगे। सिफ़्सी का इरादा अधिक से अधिक बच्चों और नौजवानों तक पहुँचने और एक मनोरंजक और ज्ञानवर्धक प्रारूप लाने के अपने मिशन को जारी रखना है।
एक दशक के अपने सफ़र में सिफ़्सी एक ऐसा माहौल लेकर आया है, जहाँ पेशेवर फ़िल्म-निर्माताओं और फ़िल्मों के नए शौकीनों ने सर्वश्रेष्ठ ऑडियो-विज़ुअल माध्यम को आगे बढ़ाया है। इस तहज़ीब को जीवित रखते हुए, इस साल सिफ़्सी दुनिया भर से 50 युवा जूरी सदस्यों के अलावा 15 देशों के 30 अंतरराष्ट्रीय पेशेवर जूरी सदस्यों की भी मेज़बानी करेगा।
सिफ़्सी इस बार पर्यावरण, पारिवारिक मूल्यों, युद्ध और शांति, सड़क सुरक्षा जैसे व्यापक विषयों पर 10 अलग-अलग कार्यशालाएँ, मास्टरक्लास और पैनल चर्चा भी आयोजित करेगा।
सिफ़्सी के बारे में
सिफ़्सी (स्माइल इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल फ़ॉर चिल्ड्रन एंड यूथ) युवा माइंड के मनोरंजन, संलग्न, शिक्षित और सशक्त बनाने के लिए स्माइल फ़ाउंडेशन की एक पहल है। यह इस दृढ़ विश्वास पर आधारित है कि अच्छा सिनेमा मनोरंजन से आगे बढकर कहीं ज़्यादा का प्रतिनिधित्व करता है; बल्कि यह वास्तविकता को चित्रित करने और मूल्यों का अनुकरण करने का सबसे सशक्त माध्यम है।
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