Font by Mehr Nastaliq Web

मुंबई के आराम नगर में शुरू होगी एक महीने की एक्टिंग वर्कशॉप, जुड़िए

मनोरमा थिएटर—मुंबई के आराम नगर में, एक अभिनय कार्यशाला (Acting Workshop) करने जा रही है। इस एक्टिंग वर्कशॉप की अवधि लगभग 30 दिनों की होगी। एक्टिंग स्किल्स पर फ़ोकस इस कार्यशाला के साथ-साथ, एक नाटक भी कार्यशाला में तैयार की जाएगी, जिसका मंचन मुंबई में किया जाएगा।

अभिनय कार्यशाला की शुरुआत—शुक्रवार, 23 अगस्त 2024 से होगी। वर्कशॉप में तैयार किया जाने वाला थिएटर-प्ले अक्टूबर माह में खेला जाएगा। 

इस कार्यशाला का उद्देश्य मुख्य रूप से एक्टिंग स्टूडेंट्स को एक्टिंग की बारीकियों को सिखाना है, उन्हें इन बातों से भी रूबरू कराना है कि मूल रूप से कितनी तरह का अभिनय एक वर्किंग एक्टर के लिए ज़रूरी है, कैसे वह सुगमता से अभिनय को समझकर एक बेहतर परफ़ॉर्मर बन सकता है। 

थिएटर से अलग कैमरे के लिए (सामने) अभिनय करते हुए, एक अभिनेता कैसे सरलता से अपनी बात फ़िल्म के कैरेक्टर के माध्यम से कह सकता है। इन महत्त्वपूर्ण बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, इस कार्यशाला डिज़ाइन किया गया है। 

आप अगर इस कार्यशाला से जुड़ना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए लिंक पर जाकर गूगल फ़ॉर्म भर दीजिए : 

गूगल फ़ॉर्म

इस संदर्भ में अगर आपका कोई सवाल है तो इस सूचना के एकदम अंत में मौजूद पोस्टर पर दिए गए फ़ोन नंबर पर कॉल करके आप बाक़ी जानकारियाँ भी प्राप्त कर सकते हैं :

इस अभिनय कार्यशाला में आपके मेंटर होंगे—चंदन कुमार। वह नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा, नई दिल्ली से वर्ष 2016 में उत्तीर्ण हुए हैं, और भारतेंदु नाट्य अकादेमी, लखनऊ से 2010 में अपनी पढ़ाई पूरी की है। उन्हें समय-समय पर देश-विदेश के महत्त्वपूर्ण रंगकर्मियों और शिक्षकों के साथ काम करने का मौक़ा मिला है। जिनमें भानु भारती, नादिरा ज़हीर बब्बर, अभिलाष पिल्लै, रॉबिन दास, वीके, चितरंजन त्रिपाठी, हेमा सिंह, इला अरुण, केके रैना, कमालुद्दीन नीलू, रिकार्डो अबाद, कोरिन ज़ब्बर प्रमुख हैं।

नाटक के सिलसिले में भारत के कई राज्यों के साथ-साथ विदेश में चीन, रूस जैसे देशों की भी यात्रा कर चुके हैं।

पोस्टर :

 

'बेला' की नई पोस्ट्स पाने के लिए हमें सब्सक्राइब कीजिए

Incorrect email address

कृपया अधिसूचना से संबंधित जानकारी की जाँच करें

आपके सब्सक्राइब के लिए धन्यवाद

हम आपसे शीघ्र ही जुड़ेंगे

26 मई 2025

प्रेम जब अपराध नहीं, सौंदर्य की तरह देखा जाएगा

26 मई 2025

प्रेम जब अपराध नहीं, सौंदर्य की तरह देखा जाएगा

पिछले बरस एक ख़बर पढ़ी थी। मुंगेर के टेटिया बंबर में, ऊँचेश्वर नाथ महादेव की पूजा करने पहुँचे प्रेमी युगल को गाँव वालों ने पकड़कर मंदिर में ही शादी करा दी। ख़बर सार्वजनिक होते ही स्क्रीनशॉट, कलात्मक-कैप

31 मई 2025

बीएड वाली लड़कियाँ

31 मई 2025

बीएड वाली लड़कियाँ

ट्रेन की खिड़कियों से आ रही चीनी मिल की बदबू हमें रोमांचित कर रही थी। आधुनिक दुनिया की आधुनिक वनस्पतियों की कृत्रिम सुगंध से हम ऊब चुके थे। हमारी प्रतिभा स्पष्ट नहीं थी—ग़लतफ़हमियों और कामचलाऊ समझदारियो

30 मई 2025

मास्टर की अरथी नहीं थी, आशिक़ का जनाज़ा था

30 मई 2025

मास्टर की अरथी नहीं थी, आशिक़ का जनाज़ा था

जीवन मुश्किल चीज़ है—तिस पर हिंदी-लेखक की ज़िंदगी—जिसके माथे पर रचना की राह चलकर शहीद हुए पुरखे लेखक की चिता की राख लगी हुई है। यों, आने वाले लेखक का मस्तक राख से साँवला है। पानी, पसीने या ख़ून से धुलकर

30 मई 2025

एक कमरे का सपना

30 मई 2025

एक कमरे का सपना

एक कमरे का सपना देखते हुए हमें कितना कुछ छोड़ना पड़ता है! मेरी दादी अक्सर उदास मन से ये बातें कहा करती थीं। मैं तब छोटी थी। बच्चों के मन में कमरे की अवधारणा इतनी स्पष्ट नहीं होती। लेकिन फिर भी हर

28 मई 2025

विनोद कुमार शुक्ल का आश्चर्यलोक

28 मई 2025

विनोद कुमार शुक्ल का आश्चर्यलोक

बहुत पहले जब विनोद कुमार शुक्ल (विकुशु) नाम के एक कवि-लेखक का नाम सुना, और पहले-पहल उनकी ‘प्रतिनिधि कविताएँ’ हाथ लगी, तो उसकी भूमिका का शीर्षक था—विनोद कुमार शुक्ल का आश्चर्यलोक। आश्चर्यलोक—विकुशु के

बेला लेटेस्ट