मेटा 2026 : लीजिए देश के सबसे बड़े थिएटर फ़ेस्टिवल में हिस्सा
हिन्दवी डेस्क
27 अगस्त 2025

भारतीय रंगमंच के लिए मार्च 2026 का महीना एक सुनहरे अवसर की तरह दर्ज होने जा रहा है। महिंद्रा ग्रुप द्वारा स्थापित और टीमवर्क आर्ट्स द्वारा निर्मित, देश का सबसे प्रतिष्ठित नाट्य पुरस्कार—महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवॉर्ड्स (META)—अपने 21वें संस्करण का आयोजन नई दिल्ली में करने जा रहा है। इस भव्य उत्सव में देशभर के कलाकार 19 से 25 मार्च 2026 के बीच कमानी ऑडिटोरियम और श्रीराम सेंटर जैसी प्रतिष्ठित जगह पर प्रस्तुतियों को पेश करेंगे, जो वर्षों से इसके सबसे यादगार प्रदर्शनों के साक्षी रहे हैं। मेटा ने इस संस्करण के लिए नाटकों की प्रविष्टियाँ आमंत्रित की हैं, जिन्हें 1 अगस्त 2025 से 15 जनवरी 2026 तक स्वीकार किया जाएगा।
मेटा—आज भारतीय रंगमंच के लिए सिर्फ़ एक पुरस्कार समारोह नहीं बल्कि एक राष्ट्रीय पहचान का मंच बन चुका है। यह वह जगह है, जहाँ देशभर की प्रतिभाएँ मंच पर एकजुट होती हैं और अभिनय, निर्देशन, मंच सज्जा, ध्वनि, वेशभूषा और पटकथा लेखन जैसी रंगमंच की तमाम विधाओं में अपनी श्रेष्ठता साबित करती हैं।
हर वर्ष, पूरे भारत से 400 से अधिक प्रविष्टियाँ मेटा तक पहुँचती हैं। इन प्रविष्टियों में से केवल दस नाटकों का चयन होता है, जिन्हें दिल्ली के दर्शकों के सामने लाइव प्रस्तुत किया जाता है। इन्हें राष्ट्रीय जूरी परखती है और अंत में एक भव्य पुरस्कार समारोह में 14 श्रेणियों में उत्कृष्टता को सम्मानित किया जाता है। इसके अतिरिक्त, एक लाइफ़टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी दिया जाता है।
मेटा का सबसे बड़ा आकर्षण इसकी विविधता है। यहाँ एकल प्रस्तुतियों से लेकर विशाल एन्सेम्बल नाटकों (किसी नाटक या प्रस्तुति में संपूर्ण टीम का सामूहिक प्रदर्शन।) तक, हिंदी से लेकर अँग्रेज़ी, बांग्ला, मलयालम, कन्नड़ और बुंदेली जैसी भाषाओं में रंगमंच सामने आता है। पिछले 20 वर्षों में मेटा ने सामाजिक मुद्दों, पौराणिक आख्यानों, लिंग और जाति पर विमर्श, राजनीति और क्लासिक्स तक की गहरी पड़ताल करने वाले नाटकों को मंच दिया है।
2025 में अपने 20वें वर्ष के दौरान मेटा ने 6 भाषाओं में प्रस्तुत नाटकों के साथ देश की विविध सांस्कृतिक परंपराओं को जीवंत किया। 156 से अधिक कलाकारों ने इसमें भाग लिया और मंच सज्जा, मौलिक स्क्रिप्ट, परिधान डिजाइन और अभिनय के शानदार मेल से इस महोत्सव को अविस्मरणीय बनाया।
मेटा 2026 के लिए नाटकों की प्रविष्टियाँ 1 अगस्त 2025 से 15 जनवरी 2026 तक स्वीकार की जाएँगी। इच्छुक कलाकार और समूह मेटा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर विस्तृत दिशा-निर्देश और आवेदन फ़ॉर्म प्राप्त कर सकते हैं। आवेदन हेतु सीधा लिंक भी उपलब्ध है : Registration
मेटा में जिन श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाते हैं, वे हैं : सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ स्टेज डिज़ाइन, सर्वश्रेष्ठ लाइट डिज़ाइन, सर्वश्रेष्ठ साउंड व संगीत डिज़ाइन, सर्वश्रेष्ठ कॉस्टयूम डिज़ाइन, मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष), मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (महिला), सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष), सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (महिला), सर्वश्रेष्ठ मूल स्क्रिप्ट, सर्वश्रेष्ठ एन्सेम्बल, सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफ़र, इनके अतिरिक्त एक लाइफ़टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी दिया जाता है।
मेटा को केवल भारत में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिली है। हाल ही में, इसे ईमैक्स ग्लोबल अवॉर्ड्स 2025 में ‘लॉन्गस्टैंडिंग आईपी’ श्रेणी में कांस्य पुरस्कार से नवाज़ा गया।
रंगमंच के लिए नई राहें
21वें वर्ष में प्रवेश करते हुए मेटा एक बार फिर यह दोहरा रहा है कि उसका उद्देश्य केवल पुरस्कार देना नहीं, बल्कि भारतीय रंगमंच को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाना है। यह मंच युवा और अनुभवी दोनों कलाकारों के लिए समान रूप से अवसर लेकर आता है, जहाँ उनकी कला न केवल सम्मानित होती है बल्कि दर्शकों तक गहरी पहुँच बनाती है।
मेटा 2026 सिर्फ़ एक फ़ेस्टिवल नहीं होगा, बल्कि यह भारतीय रंगमंच की जीवंतता, उसकी विविधता और उसके भविष्य की संभावनाओं का महोत्सव है। दिल्ली का यह एक सप्ताह रंगमंच प्रेमियों, दर्शकों और कलाकारों सभी के लिए यादगार अनुभव बनने जा रहा है।
अगर आप रंगमंच से जुड़े हैं या रंगमंच प्रेमी हैं, तो मेटा 2026 का यह उत्सव आपके लिए है।
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