महिमा पर कविताएँ

महिमा महानता की अवस्था

या भाव है। महिमा की गिनती आठ प्रकार की सिद्धियों में से एक के रूप में भी की गई है। इस चयन में शामिल काव्य-रूपों में ‘महिमा’ कुंजी-शब्द के रूप में उपस्थित है।

द्रौपदी-दुकूल

मैथिलीशरण गुप्त

भूल-ग़लती

गजानन माधव मुक्तिबोध

राष्ट्र गान

सुमित्रानंदन पंत

शब्दों की महिमा

मीना प्रजापति

एक लम्हा उम्मीद का

द्वारिका उनियाल

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