वालेस स्टीवंस के प्रसिद्ध और सर्वश्रेष्ठ उद्धरण
वालेस स्टीवंस के प्रसिद्ध
और सर्वश्रेष्ठ उद्धरण
कवि दुनिया को वैसे ही देखता है, जैसे आदमी किसी औरत को देखता है।
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टैग्ज़ : कविऔर 1 अन्य
मानव स्वभाव पानी जैसा है। वह अपने बर्तन के आकार में ढल जाता है।
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टैग्ज़ : प्रकृतिऔर 2 अन्य
स्वर्ग और नर्क के बारे में महान कविताएँ लिखी जा चुकी हैं, मगर पृथ्वी पर महान कविता लिखी जानी अभी बाक़ी है।
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टैग्ज़ : कविताऔर 2 अन्य
मौत सुंदरता की जननी है। केवल नाशवान वस्तु सुंदर हो सकती है, इसीलिए हम पर नक़ली फूलों का कोई असर नहीं होता है।
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टैग्ज़ : मृत्युऔर 1 अन्य
रोशनी और परिभाषाओं को फेंक दो, और वह बताओ जो तुम अँधेरे में देखते हो।
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टैग्ज़ : अँधेराऔर 1 अन्य
जब मैं नौ से छह बजे तक कार्यालय में होता हूँ, तब मैं निस्संदेह ज़िंदा नहीं होता हूँ।
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टैग : मृत्यु
इस चढ़ते सूरज की तेज़ चमक से मुझे एहसास होता है कि मैं कितना काला पड़ गया हूँ।
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टैग : सूर्य
वास्तविकता घिसी-पिटी होती है, जिससे हम रूपक का इस्तेमाल करके बच जाते हैं।
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टैग : यथार्थ
ईश्वर मुझमें है, वरना ईश्वर मुझमें है, वरना बिल्कुल नहीं है। बिल्कुल नहीं है।
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टैग : ईश्वर