किताबों के बीच मस्ती, रोमांच और बहुत कुछ नया सीखने का अवसर
हिन्दवी डेस्क
21 मई 2024

सोमवार, 20 मई को वसंत कुंज स्थित नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया के मुख्यालय में बच्चों के लिए समर कैंप की शुरुआत हुई। 20 मई से 3 जून तक आयोजित इस समर कैंप में भाग लेने के लिए एक हज़ार से अधिक ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए हैं। 15 दिनों के दौरान बच्चों के लिए यहाँ 100 से अधिक रचनात्मक कार्यक्रम और गतिविधियाँ हैं, जिनमें पाँच से चौदह वर्ष तक के बच्चों के लिए कहानी-वाचन, कैरीकेचर वर्कशॉप, पेपरक्राफ़्ट, इलस्ट्रेशन वर्कशॉप, कठपुतली का खेल, पत्र-लेखन, ओरिगामी वर्कशॉप, थिएटर, खिलौने बनाना, योग, रचनात्मक लेखन, बुकमार्क, खेल-खेल में विज्ञान, कैलिग्राफ़ी, पोस्टर बनाना और ओपन माइक के जरिए अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर भी बच्चों को दिया जा रहा है।
समर कैंप के पहले दिन किताबों की दुनिया के बीच बच्चों ने प्रसिद्ध कहानी-वाचक ऊषा छाबड़ा से ‘उड़ी पतंग’ कहानी सुनी, वहीं प्रख्यात लेखिका क्षमा शर्मा ने परियों की कहानी सुनाकर बच्चों का उत्साहवर्द्धन किया। कैरीकेचर आर्टिस्ट करण सिंह ने बच्चों को कार्टून बनाना सिखाया और पेपरक्राफ़्ट आर्टिस्ट अल्पना झा ने काग़ज़ से पक्षी, नाव, हवाई जहाज़ और भी तरह-तरह के डिज़ाइन बनाने सिखाए।
बच्चों के लिए यहाँ चित्रकला, कैलिग्राफ़ी, मंच-प्रस्तुति, पत्र-लेखन, अभिनय आदि की प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की जा रही हैं, जिसके अंतर्गत उन्हें प्रोत्साहन स्वरूप पुस्तकें दी जाती हैं।
एनबीटी, इंडिया के निर्धारित कार्यक्रमों के अनुसार 21 मई को बच्चों के पसंदीदा कार्टून छोटा भीम और लिटिल सिंघम की आकर्षक नेम प्लेट बनाना सिखाई जाएगी, उनके लिए क्विज प्रतियोगिता होगी। 22 मई को लाइट, कैमरा, एक्शन थिएटर वर्कशॉप के दौरान उन्हें अभिनय के गुण सिखाए जाएँगे।
नौ से चौदह वर्ष के बच्चों को करियर काउंसलिंग की सुविधा मिलेगी और उन्हें साइबर सिक्योरिटी के प्रति भी सचेत किया जाएगा। 23 मई को ओपन माइक के दौरान बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलगा, वहीं उनके लिए बुकमार्क बनाने पर एक कार्यशाला भी होगी। पाँच से आठ साल के बच्चे मुखौटा बनाना और एंवेलप आर्ट सीखेंगे।
24 मई को बच्चे बाल साहित्यकारों से बातचीत करेंगे, साथ ही पाँच से आठ साल के बच्चों के लिए इस दिन चित्रकला प्रतियोगिता रखी गई है। 26 मई को बड़े बच्चों के लिए जहाँ वैदिक गणित और कॉमिक स्ट्रिप डिज़ाइन की कार्यशाला है तो छोटे बच्चों के लिए पंचतंत्र कथाएँ सुनने, कैरीकेचर वर्कशॉप में भाग लेने का अवसर है।
27 मई को बच्चे अपने पसंदीदा कार्टून करेक्टर टॉम एंड जैरी से रूबरू होंगे और उनके लिए ब्रशस्ट्रॉक की एक कार्यशाला भी इसी दिन है। 28 मई को कार्टून नेटवर्क की तरफ़ से डीआईवाई डेकोर की वर्कशॉप है, वहीं खिलौने बनाने की कला भी एक कार्यशाला में सिखाई जाएगी। इसी तरह 15 दिनों तक चलने वाले एनबीटी, इंडिया के इस समय कैंप में बच्चों के लिए ढेरों रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें बच्चे बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं।
'बेला' की नई पोस्ट्स पाने के लिए हमें सब्सक्राइब कीजिए
कृपया अधिसूचना से संबंधित जानकारी की जाँच करें
आपके सब्सक्राइब के लिए धन्यवाद
हम आपसे शीघ्र ही जुड़ेंगे
बेला पॉपुलर
सबसे ज़्यादा पढ़े और पसंद किए गए पोस्ट
23 सितम्बर 2025
विनोद कुमार शुक्ल : 30 लाख क्या चीज़ है!
जनवरी, 2024 में मैंने भोपाल छोड़ दिया था। यानी मैंने अपना कमरा छोड़ दिया था। फिर आतंरिक परीक्षा और सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए जाना भी होता तो कुछ दोस्तों के घर रुकता। मैं उनके यहाँ जब पहुँचा तो पाया
05 सितम्बर 2025
अपने माट्साब को पीटने का सपना!
इस महादेश में हर दिन एक दिवस आता रहता है। मेरी मातृभाषा में ‘दिन’ का अर्थ ख़र्च से भी लिया जाता रहा है। मसलन आज फ़लाँ का दिन है। मतलब उसका बारहवाँ। एक दफ़े हमारे एक साथी ने प्रभात-वेला में पिता को जाकर
10 सितम्बर 2025
ज़ेन ज़ी का पॉलिटिकल एडवेंचर : नागरिक होने का स्वाद
जय हो! जग में चले जहाँ भी, नमन पुनीत अनल को। जिस नर में भी बसे हमारा नाम, तेज को, बल को। —दिनकर, रश्मिरथी | प्रथम सर्ग ज़ेन ज़ी, यानी 13-28 साल की वह पीढ़ी, जो अब तक मीम, चुटकुलों और रीलों में
13 सितम्बर 2025
त्याग नहीं, प्रेम को स्पर्श चाहिए
‘लगी तुमसे मन की लगन’— यह गीत 2003 में आई फ़िल्म ‘पाप’ से है। इस गीत के बोल, संगीत और गायन तो हृदयस्पर्शी है ही, इन सबसे अधिक प्रभावी है इसका फ़िल्मांकन—जो अपने आप में एक पूरी कहानी है। इस गीत का वीड
12 सितम्बर 2025
विभूतिभूषण बंद्योपाध्याय : एक अद्वितीय साहित्यकार
बांग्ला साहित्य में प्रकृति, सौंदर्य, निसर्ग और ग्रामीण जीवन को यदि किसी ने सबसे पूर्ण रूप से उभारा है, तो वह विभूतिभूषण बंद्योपाध्याय (1894-1950) हैं। चरित्र-चित्रण, अतुलनीय गद्य-शैली, दैनिक जीवन को