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पतंग पर कविताएँ

पतंग की उड़ान कवि-मन

को आकर्षित करती रही है। अपने इतिहास में यह विभिन्न मान्यताओं, अंधविश्वासों और उत्सवों से संबद्ध रही है। माना जाता है कि दुनिया की पहली पतंग एक चीनी दार्शनिक हुआंग थेग ने उड़ाई थी। इस चयन में पतंग विषयक कविताओं का संकलन किया गया है।

पतंग

संजय चतुर्वेदी

पतंग

सौरभ अनंत

पताका

श्री नरेश मेहता

अटके काम

प्रभात

पतंग

आलोकधन्वा

धूल, गंध और पतंगें

अशोक कुमार पांडेय

भरोसा

बाबुषा कोहली

तो कैसा रहे

हरि मृदुल

बीच की उम्र

विनय सौरभ

अली मियाँ

अनिरुद्ध उमट

गदबेर में पतंग

शरद रंजन शरद

आशा और उमंग की पतंग

नंद चतुर्वेदी

आई बो

शचींद्र आर्य

पतंग

उद्भ्रांत

पतंग

ज्योत्स्ना मिलन

कटी पतंग

नेहा अपराजिता

चरख़ील

राजकुमार केसवानी

पतंग

मनोज शर्मा

पतंग

नील कमल

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