स्मृति पर डायरी
स्मृति एक मानसिक क्रिया
है, जो अर्जित अनुभव को आधार बनाती है और आवश्यकतानुसार इसका पुनरुत्पादन करती है। इसे एक आदर्श पुनरावृत्ति कहा गया है। स्मृतियाँ मानव अस्मिता का आधार कही जाती हैं और नैसर्गिक रूप से हमारी अभिव्यक्तियों का अंग बनती हैं। प्रस्तुत चयन में स्मृति को विषय बनाती कविताओं को शामिल किया गया है।
दूसरी गोलमेज़-परिषद् में गांधी जी के साथ : एक
21 अगस्त, ’31 ‘राजपूताना जहाज़’ बंबई में आज सबेरे से ही चहल-पहल थी। महात्मा जी कुछ काल के लिए भारतवर्ष में न रहेंगे, सबके चेहरे से यही भाव झलक रहा था। मुझे तो सद्भाग्य से ही यह संयोग मिल गया है कि जिस बोट से गांधी जी और मालवीयजी जाते हैं, उसी से मैं