कवियों की सूची
सैकड़ों कवियों की चयनित कविताएँ
आलमशाह ख़ान
अखिलेश
अमृतलाल नागर
समादृत उपन्यासकार-कथाकार। पटकथा-लेखन में भी योगदान। साहित्य अकादेमी-पुरस्कार से सम्मानित।
अरुण प्रकाश
असग़र वजाहत
साठोत्तरी पीढ़ी के बाद के सुप्रसिद्ध कथाकार-उपन्यासकार और नाटककार। समकालीन हिंदी साहित्य के मुस्लिम विमर्श में योगदान।
अवधेश प्रीत
भगवती चरण वर्मा
प्रेमचंद युग के समादृत उपन्यासकार-कहानीकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
भगवतीप्रसाद वाजपेयी
प्रेमचंद युग के उपन्यासकार-कहानीकार-संपादक। ‘मिठाईवाला’ कहानी के लिए चर्चित।
भीष्म साहनी
चंदन पांडेय
कई पीढ़ी के सुपरिचित कहानीकार-उपन्यासकार। भारतीय ज्ञानपीठ के नवलेखन पुरस्कार से सम्मानित।
चंद्रधर शर्मा गुलेरी
चन्द्रगुप्त विद्यालंकार
चतुरसेन शास्त्री
समादृत उपन्यासकार और कथाकार। ऐतिहासिक प्रसंगों के प्रयोग के लिए उल्लेखनीय।
धर्मवीर भारती
समादृत कवि-कथाकार और अनुवादक। ‘धर्मयुग’ साप्ताहिक के संपादक के रूप में भी चर्चित।
धीरेंद्र अस्थाना
दूधनाथ सिंह
समादृत कवि-कथाकार और संपादक। महादेवी वर्मा और निराला पर लिखीं अपनी किताबों के लिए भी चर्चित।
गजानन माधव मुक्तिबोध
आधुनिक हिंदी कविता के अग्रणी कवियों में से एक। अपनी कहानियों और डायरी के लिए भी प्रसिद्ध।
गीतांजलि श्री
गिरिराज किशोर
समादृत उपन्यासकार, कथाकार और नाटककार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
गोविन्द मिश्र
हरिशंकर परसाई
समादृत लेखक-व्यंग्यकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
हृदयेश
इलाचंद्र जोशी
सुपरिचित उपन्यासकार, कहानीकार और निबंधकार। उपन्यासों में मनोवैज्ञानिक यथार्थवाद के प्रयोग लिए उल्लेखनीय।
इंशा अल्ला ख़ाँ
मीर तक़ी मीर के समकालीन शायर। गद्य में 'रानी केतकी की कहानी' के लिए उल्लेखित।
जैनेंद्र कुमार
प्रेमचंदोत्तर युग के समादृत कथाकार, उपन्यासकार और निबंधकार। गद्य में मनोविश्लेषणात्मक परंपरा के प्रवर्तक।
जयशंकर प्रसाद
छायावादी दौर के चार स्तंभों में से एक। समादृत कवि-कथाकार और नाटककार।
काशीनाथ सिंह
केशवप्रसाद सिंह
द्विवेदीयुगीन निबंधकार और अनुरचनाकर। विदेशी व्यक्तित्वों के जीवनी-लेखक के रूप में भी योगदान।
किशोरीलाल गोस्वामी
द्विवेदी युग के प्रमुख गद्यकार। ऐतिहासिक उपन्यास लेखन के प्रवर्तक के रूप में उल्लेखनीय।
कृष्ण बलदेव वैद
कृष्णा सोबती
माधव प्रसाद मिश्र
माधवराव सप्रे
पूर्व प्रेमचंद युग के साहित्यकार-पत्रकार। हिंदी की पहली कहानी के रूप में मान्य ‘एक टोकरी भर मिट्टी’ के लिए उल्लेखनीय।