Font by Mehr Nastaliq Web
Sudeep Sohni's Photo'

सुदीप सोहनी

1984 | खंडवा, मध्य प्रदेश

सुपरिचित कवि-लेखक-संस्कृतिकर्मी। 'मंथर होती प्रार्थना' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

सुपरिचित कवि-लेखक-संस्कृतिकर्मी। 'मंथर होती प्रार्थना' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

सुदीप सोहनी के कवितांश

श्रेणीबद्ध करें

प्रेम का स्पर्श एक लंबी नींद है

शाम का रात होना चुप्पियों का आलाप है

लगता है कभी-कभी

सुख एक डर है

  • संबंधित विषय : डर
    और 1 अन्य

पेड़ के तने जितने सख़्त होते हैं

रूठे प्रेमी के शब्द

उस पर उम्मीद के पंख नहीं चिपकते

  • संबंधित विषय : पेड़

मैं कविता के एकांत में रोना चाहता हूँ

और वहीं बहाना चाहता हूँ

अधूरी इच्छाओं के आँसू

प्रेम के सारे आवेग असभ्य ही होते हैं

लगातार सोचते रहना एक दुःख है

  • संबंधित विषय : दुख

नींदों ने बहुत प्रेम छीने हैं

सभ्यताओं की घाटियों का पहला झूठ था प्रेम

अकेलापन कुछ-कुछ वैसा ही होता है

जैसे किसी अकेली चींटी का दीवार पर सरकना।

मैं यात्रा में हूँ

मैं ही अब यात्रा हूँ

यात्रा जन्म देती है

अजन्मे को

मैं जन्म दे रहा हूँ

ख़ुद को।

Recitation