Aditya Shukla's Photo'

आदित्य शुक्ल

1991 | देवरिया, उत्तर प्रदेश

नई पीढ़ी के कवि, लेखक और अनुवादक।

नई पीढ़ी के कवि, लेखक और अनुवादक।

आदित्य शुक्ल के ब्लॉग

मेरे लिए इक तकलीफ़ हूँ मैं

मेरे लिए इक तकलीफ़ हूँ मैं

पिछले कुछ महीनों से उसने अपने बाल बढ़ा लिए थे, माथे पर जूड़ा बाँधने लगा था और ख़ुद को ख़ुद ही उष्णीष कहने लगा था। पिछले कुछ समय से वह बीमार हो चला है। उसक

आदित्य शुक्ल
शोक यात्रा

शोक यात्रा

शोक यात्रा शोक यात्रा

आदित्य शुक्ल
ग्रामदेवता

ग्रामदेवता

वह चकरोड पकड़े चले आ रहे। थोड़ा भचककर चल रहे थे। रामजी ने उनको दूर से ही देख लिया था। रामजी कुर्सी के पाए पर अपनी कोहनी धँसाकर मुँह बाए उनको आते देखते र

आदित्य शुक्ल

Recitation

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

पास यहाँ से प्राप्त कीजिए