1870 - 1961 | हापुड़, उत्तर प्रदेश
नामदेव मक़बरा ‘रबिया-दुर्रानी’ के बाग़ में माली था। जाति का डेढ़, जो अति निम्न जातियों में मानी जाती है। जातियों का भेद-भाव और कृत्रिम महत्ता यद्यपि बाह्य जगत् ने बना ली है; किंतु सचाई, परोपकार, सौंदर्यानुभूति आदि पर किसी का एकाधिकार नहीं। ये आंतरिक
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जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली
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