रचनाकार

कुल: 1495

नई पीढ़ी के कवि-लेखक और संपादक।

समादृत आलोचक और विचारक। समय-समय पर कथा और कविता-लेखन भी।

सुपरिचित समाजशास्त्री और कवि। ‘इत्यादि जन’ शीर्षक एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

सूफ़ी काव्य परंपरा के कवि। संयोग और वियोग की विविध दशाओं के वर्णन में सिद्धहस्त। 'रसरतन' ग्रंथ कीर्ति का आधार।

समकालीन महत्त्वपूर्ण चित्रकार, कला-समीक्षक और लेखक। चित्रकला की काशी शैली और समीक्षावाद से संबद्ध।

नई पीढ़ी की कवयित्री।

समादृत कथाकार-इतिहासकार। 'अकार' के संपादक।

निरंजन धारा के सुपरिचित गुजराती कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

हिंदी के सुपरिचित कवि-कथाकार। पत्रकारिता से संबद्ध।

नई पीढ़ी की कवयित्री। प्रतिष्ठित प्रकाशन-स्थलों पर कविताएँ प्रकाशित।

नई पीढ़ी की कवयित्री। पत्रकारिता में सक्रिय।

बीकानेर नरेश के भाई और अकबर के दरबारी कवि। भक्ति साहित्य के लिए प्रसिद्ध। 'डिंगल' भाषा के प्रधान कवियों में से एक।

नवें दशक में सामने आए हिंदी कवि। ‘पूर्वग्रह’ पत्रिका के संपादक।

सुप्रसिद्ध आलोचक और विद्वान प्राध्यापक। भक्ति और छाया काव्य पर चिंतन के लिए उल्लेखनीय।

हाड़ौती अंचल के प्रसिद्ध राजस्थानी कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

समादृत बांग्ला कवि-लेखक-फ़िल्मकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

नई पीढ़ी की कवयित्री। उपन्यास-लेखन में भी सक्रिय।

नवें दशक में सामने आए हिंदी कवि। बाद में कहानियाँ भी लिखीं। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

नई पीढ़ी की लेखिका।

अज्ञेय द्वारा संपादित ‘तीसरा सप्तक’ के कवि।

सातवें दशक में उभरे कवि। अनुवाद, कला-आलोचना और संपादन में भी सक्रिय।

ओरछानरेश इंद्रजीत सिंह की कृपापात्र नर्तकी और विदुषी। प्रचलित है कि आचार्य केशवदास ने 'कविप्रिया' नामक ग्रंथ प्रवीण को कविशिक्षा देने हेतु रचा था।

ओड़िया की सुपरिचित कवयित्री और अनुवादक। हिंदी-ओड़िया कविता अनुवाद में योगदान हेतु उल्लेखनीय।

ओड़िया की सुप्रसिद्ध कवयित्री, संपादिका और अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

नई पीढ़ी की कवयित्री।

सुपरिचित लेखिका। चार पुस्तकें प्रकाशित।

बांग्ला में कविता, कहानी, उपन्यास, प्रहसन आदि विभिन्न विधाओं में विपुल लेखन के लिए उल्लेखनीय।

भारतेंदु युग के महत्त्वपूर्ण कवि, गद्यकार और संपादक। 'ब्राह्मण' पत्रिका से चर्चित।

जोधपुर की महारानी। परिजनों की अकालमृत्यु के कारण असार संसार से विरक्त होकर कृष्ण-भक्ति में लीन हुईं और भक्ति के सरस पदों की रचना की।

सुपरिचित कवि-नाटककार-कथाकार-आलोचक।

रीतिकाल की भक्त कवयित्री। कविता में परंपरागत आदर्श का निरूपण।

हिंदी सिनेमा के लोकप्रिय कवि-गीतकार। पटकथा और विज्ञापन-लेखन के लिए भी मशहूर।

ओड़िशा के सुपारिचित कवि-चिंतक और राजनेता।

इस सदी में सामने आए हिंदी कवि-अनुवादक। पत्रकारिता से भी संबद्ध। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

नई पीढ़ी के लेखक।

सुपरिचित कवि। बाल-साहित्य-लेखन में भी सक्रिय।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक। ‘सितुही भर समय’ शीर्षक एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

सुपरिचित कवि।

सुपरिचित कवि-लेखक और संपादक। चार कविता-संग्रह प्रकाशित।

हिंदी-राजस्थानी की कवयित्री। हिंदी में 'कुलीन स्त्रियाँ' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

नई पीढ़ी की लेखिका। दो कविता-संग्रह ‘शहर और शिकायतें’ (2017), ‘दो ध्रुवों के बीच’ (2023) और एक कहानी-संग्रह ‘ठहरे हुए से लोग’ (2022) प्रकाशित।

नई पीढ़ी के कवि।

सुप्रसिद्ध डोगरी कवि-लेखक-समालोचक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

वरिष्‍ठ कवि-पत्रकार। तीन दशक से अधिक समय तक पत्रकारिता। लोकमत समाचार के बाईस वर्षों तक फ़ीचर संपादक रहे। सैकड़ों कविताएँ और आलेख प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित।

नई पीढ़ी के कवि।

नई पीढ़ी की कवयित्री-कथाकार। लोक-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय। 'इसे कविता की तरह न पढ़िए' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

नई पीढ़ी के कवि।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

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