रचनाकार

कुल: 1495

तेलुगु कवि-नाटककार और उपन्यासकार। रचनाओं में प्राचीन भारतीय संस्कृति की झलक के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवयित्री। दो कविता-संग्रह प्रकाशित।

सुपरिचित ओड़िया कवि-उपन्यासकार-संपादक और राजनेता। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित कवि-लेखक और पत्रकार। 'अपने हिस्से का प्रेम', 'तुम्हारा कवि' और 'इस तरह ढह जाता है एक देश' शीर्षक से तीन कविता-संग्रह प्रकाशित।

सुपरिचित कवि-लेखक और अनुवादक। भारतीय ज्ञानपीठ के नवलेखन और भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित कवयित्री।

सुपरिचित कवयित्री। आदिवासी संवेदना-सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।

नवें दशक की कवयित्री। जनवादी संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।

समादृत उपन्यासकार-कथाकार और निबंधकार। भारतीय ज्ञानपीठ से सम्मानित।

सुपरिचित कवि-लेखक और 'समावर्तन' पत्रिका के संपादक।

गुजराती एवं अँग्रेज़ी भाषा के सुप्रतिष्ठित कवि, समालोचक और टिप्पणीकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

नाथ परंपरा के कवि। चर्पटनाथ के शिष्य। असार संसार में लिप्त जीवों की त्रासदी के सजीव वर्णन के लिए स्मरणीय।

असमिया के समादृत कवि-लेखक। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

समकालीन असमिया कविता के लोकप्रिय कवि और उपन्यासकार।

मणिपुरी कथाकार-कवि-अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

नवें दशक के कवि। उपन्यास और नाट्य-लेखन में भी सक्रिय।

‘उत्कलगुरु’ के रूप में सुप्रसिद्ध ओड़िया कवि, समाज-सुधारक और राजनेता। इतिवृत्तात्मक दीर्घ कविताओं के लिए उल्लेखनीय।

नई पीढ़ी के कवि। 'इस कविता में प्रेमिका भी आनी थी' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

सुपरिचित कवि। गद्य-लेखन और पत्रकारिता में सक्रिय।

सुपरिचित कवि-लेखक।

हिंदी-उर्दू के समादृत कवि-गद्यकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

नई पीढ़ी की कवयित्री।

नई पीढ़ी की कवयित्री। स्त्रीवादी विचारों के लिए उल्लेखनीय।

नई पीढ़ी की कवयित्री। 'छाँव' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

राजस्थानी के सुपरिचित कवि-साहित्यकार और अनुवादक।

इस सदी में सामने आए कवि। ‘अनाज पकने का समय’ शीर्षक कविता-संग्रह के लिए चर्चित।

नवें दशक की महत्त्वपूर्ण कवयित्री। ‘एक क़स्बे के नोट्स’ शीर्षक उपन्यास के लिए उल्लेखनीय। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित

सुपरिचित कथाकार। कहानी-संग्रह 'परिंदों का इंतज़ार सा कुछ' के लिए चर्चित।

आठवें दशक के कवि-लेखक और संपादक। संस्मरण-लेखन और अनुवाद-कार्य के लिए भी उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवि-आलोचक।

नई पीढ़ी की लेखिका।

सुपरिचित तेलुगु कवि और स्वतंत्रता-सेनानी। लेखिका नायनी कृष्णकुमारी के पिता।

भारतेंदु युगीन कवि। पुरानी परिपाटी के लेखन में सक्रिय होने के साथ-साथ भाषा की नवीन गति के प्रवर्तन में भी भागीदार।

हिंदी और राजस्थानी में निरतंर सृजन। कई पुस्तकें प्रकाशित। 'जब भी देह होती हूँ' नवीनतम कविता-संग्रह।

नई पीढ़ी से संबद्ध कवि-लेखक और पत्रकार।

दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय कवि-कथाकार।

हिंदी के अत्यंत उल्लेखनीय कवि-कथाकार।

बांग्ला के सुप्रसिद्ध उपन्यासकार और कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

नवें दशक में उभरे कवि। कथा-लेखन और संपादन में भी सक्रिय।

आधुनिक खड़ी बोली के प्रारंभिक कवियों में से एक। बहुभाषी। 'गर्भरंडा रहस्य' नामक कृति से चर्चित।

नई पीढ़ी की कवयित्री। 'बचा रहे सब' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

सुपरिचित कवि।

डोगरी के सुपरिचित कवि-लेखक। चित्रकार और शिल्पी के रूप में भी योगदान। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

कृष्ण-भक्त कवि। सरस और हृदयग्राहिणी रचना ‘सुदामा चरित’ प्रसिद्धि का आधार-ग्रंथ।

सातवें दशक के कवि। कहन में संक्षिप्तता, स्मृति और कविता-पाठ के लिए उल्लेखनीय।

नई पीढ़ी के कवि।

चर्चित कवि-लेखक। आलोचना और संपादन में भी सक्रिय।

सुपरिचित कवि। कविताओं की एक दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रकाशित।

सुविख्यात कवि-गीतकार और संपादक। सिनेमा के लिए लिखे गए गीतों के लिए भी चर्चित।

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