रीवा के रचनाकार

कुल: 4

सुपरिचित कवि और गद्यकार। 'इसी काया में मोक्ष' और 'इतिहास में अभागे' शीर्षक दो कविता-संग्रह प्रकाशित।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

नवें दशक में सामने आए हिंदी कवि। ‘पूर्वग्रह’ पत्रिका के संपादक।

रीतिकालीन कवि और रीवां नरेश विश्वनाथसिंह के पुत्र।

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