सूर्यास्त पर कविताएँ

सूर्यास्त

आलोकधन्वा

साँझ

शुभम् आमेटा

पक्षी और तारे

आलोकधन्वा

अपवर्तन

अमृत रंजन

पहाड़ों के जलते शरीर

वंशी माहेश्वरी

क़स्बे में दिन ढले

रघुवीर सहाय

सूरज

शंभु यादव

दिन ढलने से पहले

अरुणाभ सौरभ

सूर्यास्त से पहले

प्रयाग शुक्ल

सूर्यास्त

प्रेम रंजन अनिमेष

सूर्यास्त

राजुला शाह

सूरज में कितनी किरणें हैं?

कुमारेन्द्र पारसनाथ सिंह

शाम

अरुण कमल

जश्न-ए-रेख़्ता (2022) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

फ़्री पास यहाँ से प्राप्त कीजिए