Rajendra Dhaudapkar's Photo'

राजेंद्र धोड़पकर

1956 | इंदौर, मध्य प्रदेश

सुपरिचित कवि, लेकिन अब कविता-लेखन से विरत। 'दो बारिशों के बीच' शीर्षक एक कविता-संग्रह प्रकाशित। बतौर संपादक और कार्टूनिस्ट भी सक्रिय। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित कवि, लेकिन अब कविता-लेखन से विरत। 'दो बारिशों के बीच' शीर्षक एक कविता-संग्रह प्रकाशित। बतौर संपादक और कार्टूनिस्ट भी सक्रिय। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

राजेंद्र धोड़पकर का परिचय

मूल नाम : राजेंद्र धोड़पकर

जन्म : 11/08/1956 | इंदौर, मध्य प्रदेश

सुपरिचित कार्टूनिस्ट, पत्रकार-गद्यकार और कवि राजेंद्र धोड़पकर का जन्म 11 अगस्त 1956 को इंदौर में हुआ। भोपाल से एम.बी.बी.एस. करने के बाद उन्होंने कुछ सालों तक डॉक्टरी की फिर संयोग से कार्टून की दुनिया में आ गए। दरअस्ल वह अपनी एक दोस्त की फ़िल्म के लिए स्क्रिप्‍ट लिखने भोपाल से दिल्ली आए थे और इस दौरान ख़ाली गिरते समय से गुज़रते शौक़िया तौर पर कार्टून बनाने शुरू कर दिए। उनके कार्टून दिनमान और जनसत्ता जैसे अख़बारों द्वारा पसंद किए गए तो उन्हें जैसे एक रस्ता मिल गया। 
वह कविताएँ पहले से लिख रहे थे और आरंभ में ही भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार से संभावनाशील कवि के रूप में चिह्नित कर लिए गए थे। उनके दो काव्य-संग्रह ‘होना शुरू होना’ और ‘दो बारिशों के बीच’ प्रकाशित हैं। बाद में उन्होंने काव्य-लेखन से तो दूरी बना ली लेकिन एक गद्यकार के रूप में अपने कार्टूनिस्ट के समानांतर सक्रिय बने रहे हैं। अख़बारों में प्रकाशित उनकी समसामयिक चुटीली टिप्पणियाँ और व्यंग्य काफ़ी पसंद किए जाते हैं। वह स्वयं मानते हैं कि अख़बारी लेखन और कार्टून उनके साहित्यिक लेखन और चित्रकारिता का ही विस्तार है जहाँ अपनी काव्य-भाषा से असंतोष महसूस करते भाषा में नई अभिव्यक्तियों, नए इलाक़ो की खोज में वह पत्रकारिता में आए और जब यहाँ असंतोष पाते हैं तो फिर अपनी काव्यभाषा से संदर्भ ग्रहण करने उधर लौट पड़ते हैं। 

उन्होंने मराठी से कविताओं और गद्य का भी अनुवाद किया है। मलयाली कवि के। सच्चिदानन्दन की कविताओं का अनुवाद किताब के रूप में प्रकाशित हुआ है। उन्होंने नाटक और पटकथा-लेखन में भी योगदान किया है।

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