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आधुनिक काल

सन् 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम के बाद आधुनिक चेतनायुक्त मानस निर्मित हुआ, जिसे पुनर्जागरण ने और प्रबल किया। गद्य की मुकम्मल शुरुआत हुई, कविता की विषयवस्तु में आमूलचूल परिवर्तन हुए और कविता अभिव्यक्ति के वर्जित कोनों तक पहुँची। इस काल में ही—जो अब जारी है—प्रयोगों और विमर्शों के बीच साहित्य का संवाद संसार के अग्रगामी विचारों और परिवर्तनों से हुआ।

प्रगतिशील कविता

नई पीढ़ी की सुपरिचित कवयित्री।

नई पीढ़ी से संबद्ध कवि-लेखक।

नई पीढ़ी के सुपरिचित कवि-आलोचक। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

नई पीढ़ी के कवि। गद्य-लेखन में भी सक्रिय।

सुपरिचित कवयित्री। कविताओं में उपस्थित संगीतात्मक वैभव के लिए उल्लेखनीय।

पर्वतीय-संवेदना और सरोकारों को अभिव्यक्ति देने वाले हिंदी के सुपरिचित कवि।

सुपरिचित कवि और पत्रकार। जन संस्कृति मंच से संबद्ध।

1995 मऊ

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

नई पीढ़ी के कवि। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

1947 -2011 गोंडा

सामाजिक-राजनीतिक आलोचना के प्रखर कवि-ग़ज़लकार।

नई पीढ़ी की सुपरिचित कवयित्री।

सुपरिचित कवि। आदिवासी संवेदना-सरोकारों के लिए उल्लेखनीय। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार और साहित्य अकादेमी के युवा पुरस्कार से सम्मानित।

नई पीढ़ी की कवयित्री। जन संस्कृति मंच से संबद्ध।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक और कलाकार।

नई पीढ़ी के कवि। पत्रकारिता से भी जुड़ाव।

नई पीढ़ी की कवयित्री और अनुवादक। स्त्रीवादी विचारों के लिए उल्लेखनीय।

इस सदी में सामने आईं कवयित्री। स्त्रीवादी विचारों के लिए उल्लेखनीय।

अज्ञातकुलशील कवि। प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार दूधनाथ सिंह की खोज।

हिंदी की सुपरिचित कवयित्री और कथाकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

नवें दशक के कवि। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित। जनवादी लेखक संघ से जुड़ाव।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक। 'उदास बखतों का रमोलिया' शीर्षक एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

सुपरिचित कवि-आलोचक। दो कविता-संग्रह और एक आलोचना-पुस्तक प्रकाशित।

नवें दशक की कवयित्री। भाषिक सादगी और विषय-चयन के लिए उल्लेखनीय।

पंजाबी की लोकप्रिय कवयित्री-लेखिका। भारतीय ज्ञानपीठ से सम्मानित।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक और अनुवादक।

सुपरिचित कवि-लेखक। तीन कविता-संग्रह प्रकाशित।

सुपरिचित कवि। 'समस्तीपुर और अन्य कविताएँ' शीर्षक से एक कविता-संग्रह वर्ष 2023 में प्रकाशित।

नई पीढ़ी की सुपरिचित कवयित्री।

आठवें दशक के प्रमुख कवि-लेखक और संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

हिंदी के सुपरिचित कवि। ई-पत्रिका ‘समालोचन’ के संपादन के लिए सम्मानित।

नई पीढ़ी की सुपरिचित कवयित्री।

सुपरिचित कवि-लेखक और अनुवादक। संपादन और पत्रकारिता से संबद्ध।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक और अनुवादक।

सुपरिचित कवि-लेखक। चार पुस्तकें प्रकाशित। 'सदानीरा' के संपादक।

1975 मऊ

हिंदी कवि-कथाकार और अनुवादक। ‘कश्मीरनामा’ शीर्षक पुस्तक के लिए चर्चित।

दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय कवि-कार्यकर्ता।

सुपरिचित कवि-लेखक और संपादक।

नवें दशक के महत्त्वपूर्ण कवि। अपने काव्य-वैविध्य और लोक-संवेदना के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवि-लेखक। दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवि-लेखक और अनुवादक। ‘बहनें’ शीर्षक कविता के लिए चर्चित।

1935 -2023 सागर

हिंदी के समादृत कवि-लेखक। बतौर अनुवादक भी चर्चित। ‘सदानीरा’ पत्रिका के संस्थापक-संपादक।

नई पीढ़ी के कवि, लेखक और अनुवादक।

सुपरिचित कवि। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

नई पीढ़ी की सुपरिचित कवयित्री।

नई पीढ़ी के कवि और गद्यकार।

सुपरिचित कवि-लेखक और संपादक। दस से अधिक पुस्तकें प्रकाशित।

समादृत कवि। ‘गोली दाग़ो पोस्टर’, ‘भागी हुई लड़कियाँ’ और ‘सफ़ेद रात’ सरीखी कविताओं के लिए लोकप्रिय।

सुप्रसिद्ध आलोचक और संपादक।

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

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