Font by Mehr Nastaliq Web
Manisha Joshi's Photo'

मनीषा जोषी

1971 | कच्छ, गुजरात

सुपरिचित गुजराती कवि-लेखक-पत्रकार। 'कंदरा', 'कंसारा बजार', 'कंदमूल', 'थाक' प्रमुख पुस्तकें। हिंदी में भी समय-समय पर कविताएँ और गद्य प्रकाशित।

सुपरिचित गुजराती कवि-लेखक-पत्रकार। 'कंदरा', 'कंसारा बजार', 'कंदमूल', 'थाक' प्रमुख पुस्तकें। हिंदी में भी समय-समय पर कविताएँ और गद्य प्रकाशित।

मनीषा जोषी के बेला

20 अक्तूबर 2025

मैं अब हर घर को उल्टा देखना चाहती हूँ

मैं अब हर घर को उल्टा देखना चाहती हूँ

थाइलैंड और कम्बोडिया : घासतेल की बूँदों के साथ तैरता हुआ जीवन सब कुछ तैर रहा था वहाँ, बैंकॉक की तैरती सब्ज़ी-मंडी में। केले के पत्ते, प्याज़ के छिलके, आस-पास के पेड़ों के साए, और नहर के दोनों तरफ़ ब

Recitation