Font by Mehr Nastaliq Web
Alokdhanva's Photo'

आलोकधन्वा

1948 | मुंगेर, बिहार

समादृत कवि। ‘गोली दाग़ो पोस्टर’, ‘भागी हुई लड़कियाँ’ और ‘सफ़ेद रात’ सरीखी कविताओं के लिए लोकप्रिय।

समादृत कवि। ‘गोली दाग़ो पोस्टर’, ‘भागी हुई लड़कियाँ’ और ‘सफ़ेद रात’ सरीखी कविताओं के लिए लोकप्रिय।

आलोकधन्वा की कविताएँ

898
Favorite

श्रेणीबद्ध करें

Recitation