जोधपुर के रचनाकार

कुल: 22

हिंदी-राजस्थानी के समादृत कथाकार। साहित्य-अकादमी पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित कवयित्री। कविताओं में उपस्थित संगीतात्मक वैभव के लिए उल्लेखनीय।

मारवाड़ के राजा और रीतिकालीन कवि आचार्य। अलंकार निरूपण ग्रंथ 'भाषा भूषण' से हिंदी-संसार में प्रतिष्ठित।

वृंद

1643 - 1735

रीतिकालीन नीतिकवि। सूक्तिकार के रूप में स्मरणीय।

इस सदी में सामने आईं हिंदी की प्रमुख कथाकार। समय-समय पर काव्य-लेखन भी।

धीमे-धीमे, लेकिन अपनी धुन में रहने-रचने वाले हिंदी के अनूठे कवि-लेखक-कलाकार।

नई पीढ़ी की कवयित्री।

सुपरिचित राजस्थानी कवि-कथाकार और अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

हिंदी-राजस्थानी की कवयित्री। हिंदी में 'कुलीन स्त्रियाँ' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

रीतिकाल की भक्त कवयित्री। कविता में परंपरागत आदर्श का निरूपण।

जोधपुर की महारानी। परिजनों की अकालमृत्यु के कारण असार संसार से विरक्त होकर कृष्ण-भक्ति में लीन हुईं और भक्ति के सरस पदों की रचना की।

सुपरिचित कवि-लेखक।

सुप्रसिद्ध राजस्थानी कवि-नाटककार और रंगकर्मी। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

जनकवि के रूप में समादृत राजस्थानी कवि-गीतकार। कविताओं में समाजवादी और लोकतांत्रिक स्वर के लिए उल्लेखनीय।

सुप्रसिद्ध राजस्थानी कवि-संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

सुप्रसिद्ध राजस्थानी कवि-संपादक-अनुवादक। कविताओं में प्रतिरोधी स्वर के लिए उल्लेखनीय।

राजस्थानी के सुपरिचित कवि-अनुवादक और संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

राजस्थानी, हिंदी और उर्दू के सुपरिचित कवि-साहित्यकार।

राजस्थानी और हिंदी की सुपरिचित कवयित्री। राजस्थानी संस्कृति और लोक-जीवन में गहरी रुचि।

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