Font by Mehr Nastaliq Web

‘ऑल इंडिया कैंपस कविता’ के निर्णायक

‘हिन्दवी उत्सव’ [रविवार, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली] में आयोजित होने जा रही ‘ऑल इंडिया कैंपस कविता’ प्रतियोगिता अब अपने निर्णायक पड़ाव की ओर बढ़ रही है। यह प्रतियोगिता देश भर के शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ रहे नई पीढ़ी के कवियों को एक साथ एक मंच पर लाने वाला प्रयत्न-प्रयोग है। इस प्रतियोगिता में देश के कोने-कोने से आईं कविताओं में विचार, भावना, संवेदना, कल्पना और लय की सुंदरता तो थी ही; इनमें अपने समय की व्याकुलता, युवकोचित आत्मविश्वास, उचित आदर्शवाद, यथार्थ-दृष्टि और जीवन के विकट अनुभवों को कहने का साहस भी दृश्य हुआ।

अब जब प्रतियोगिता की अंतिम सूची [टॉप-10] घोषित हो चुकी है, ‘हिन्दवी’ की आकांक्षा है कि वह शेष काम—हिंदी-प्रेमियों यानी आप सबके संग-साथ से पूरा करे।

इस प्रसंग में हम हिंदी भाषा और साहित्य में रुचि रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति को आमंत्रित कर रहे हैं कि वे आगे आएँ और ‘ऑल इंडिया कैंपस कविता’-2025 में चुने गए 10 कवियों की कविताओं को पढ़ें और अपने पसंदीदा कवि के लिए वोट करें।

‘हिन्दवी’ का यह प्रयत्न-प्रयोग केवल एक कविता-प्रतियोगिता तक सीमित नहीं है; बल्कि यह एक लोकतांत्रिक काव्य-संवाद की तरह है, जिसमें हर पाठक की भूमिका निर्णायक की है। यह वह अवसर है, जहाँ कविता का फ़ैसला कोई एक निर्णायक या निर्णायक-मंडल नहीं करेगा; अपितु हर वह पाठक करेगा जो कविता से प्रेम करता है, उसकी समझ रखता है और उसमें संभावना देखता है।

‘ऑल इंडिया कैंपस कविता’-2025 की शुरुआत 23 जून 2025 को देश भर के विद्यार्थियों से प्रविष्टियाँ आमंत्रित करके की गई थी। प्रविष्टि भेजने की अंतिम तिथि 10 जुलाई 2025 थी। 14 जुलाई को हमने वैध प्रविष्टियों वाली 901 प्रतिभागियों की एक लॉन्ग-लिस्ट [विचारार्थ सूची] जारी की। हमें देश भर के विद्यालयों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों से ये प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं। इन प्रविष्टियों पर गहन विचार-विमर्श के बाद फ़ाइनल लिस्ट तैयार की गई। इसके बाद 15 जुलाई को इस प्रतियोगिता की अंतिम सूची [टॉप-10] घोषित की गई, जो आप अब सबके सामने है। इस सिलसिले में अब आपकी बारी है—कविता की इस उत्सवधर्मी यात्रा में निर्णायक बनने की।

निर्णायक उचित निर्णय कर सकें, इसके लिए ‘हिन्दवी’ ने पूरी तैयारी की है। हम आपको आमंत्रित कर रहे हैं कि आप दिए गए लिंक पर जाएँ और ‘ऑल इंडिया कैंपस कविता’ के टॉप-10 प्रतिभागियों की कविताएँ पढ़कर अपने प्रिय कवि को वोट करें। यह मौक़ा सिर्फ़ पाठक होने का नहीं, बल्कि साहित्यिक भागीदारी निभाने का भी है।

प्रत्येक कविता—अगर वह कविता है तो—एक नए संसार का स्वप्न देखती और उसका निर्माण करती है। वह एक नई दृष्टि पैदा करने की क्षमता रखती है। इन कविताओं को पढ़ते हुए, उनके भावों से गुज़रते हुए, उनमें किए गए प्रेम को महसूस करते हुए, कहीं समाज की विडंबना से निराश होते हुए... हम जब लौटते हैं, तब हरदम कुछ नए लौटते हैं... और यह भी कि आप जब किसी कविता पर अपनी सहमति की मुहर लगाते हैं, तब आप उस विचार या कल्पना के भाव और कवि की काव्य-धर्मिता पर विश्वास दिखा रहे होते हैं।

यहाँ आपकी भागीदारी यह भी सुनिश्चित करेगी कि ‘हिन्दवी’ द्वारा किए गए इस प्रयत्न-प्रयोग को आपका इस रूप में भी साथ मिला।

और अंत में...

इस प्रतियोगिता में विजेता को सिर्फ़ एक ट्रॉफ़ी, प्रमाण-पत्र और पुरस्कार-राशि ही नहीं मिल रही है; बल्कि उसे मिल रहा है—इस महादेश के कविता-प्रेमी साहित्यिक पाठकों का प्रेम, सराहना और समर्थन। आपका समर्थन नई पीढ़ी के कवियों के लिए सबसे बड़ी हौसला-अफ़ज़ाई होगी।


तब आइए, बनिए इस अनोखे कविता-आयोजन के निर्णायक! कविताओं को पढ़िए, उन्हें महसूस कीजिए और अपने प्रिय कवि के लिए वोट कीजिए...

वोटिंग करने का तरीक़ा

अपने पसंदीदा कवि को वोट करने के लिए आपको दिए गए लिंक पर जाना होगा। लिंक के माध्यम से आप ‘हिन्दवी’ वेबसाइट पर बनाए गए वोटिंग-पेज पर पहुँच जाएँगे। इसके बाद आपको एक मान्य ई-मेल पते [Email ID] से रजिस्टर करना होगा, ताकि आपकी पहचान और वोट हम तक पहुँचने में आसानी हो। रजिस्टर करने के बाद प्रतिभागी-कवि के नाम के सामने मौजूद बटन को दबाकर आप वोट रजिस्टर कर पाएँगे।


नोट : एक मान्य ई-मेल पते [Email ID] से एक वोट ही वैध माना जाएगा, एक से ज़्यादा वोट निरस्त माने जाएँगे या उनकी गिनती नहीं की जाएगी।

वोटिंग करने की अंतिम तिथि : 25 जुलाई 2025 | वोट कीजिए : वोटिंग लिंक

'बेला' की नई पोस्ट्स पाने के लिए हमें सब्सक्राइब कीजिए

Incorrect email address

कृपया अधिसूचना से संबंधित जानकारी की जाँच करें

आपके सब्सक्राइब के लिए धन्यवाद

हम आपसे शीघ्र ही जुड़ेंगे

23 सितम्बर 2025

विनोद कुमार शुक्ल : 30 लाख क्या चीज़ है!

23 सितम्बर 2025

विनोद कुमार शुक्ल : 30 लाख क्या चीज़ है!

जनवरी, 2024 में मैंने भोपाल छोड़ दिया था। यानी मैंने अपना कमरा छोड़ दिया था। फिर आतंरिक परीक्षा और सेमेस्टर की परीक्षाओं क

05 सितम्बर 2025

अपने माट्साब को पीटने का सपना!

05 सितम्बर 2025

अपने माट्साब को पीटने का सपना!

इस महादेश में हर दिन एक दिवस आता रहता है। मेरी मातृभाषा में ‘दिन’ का अर्थ ख़र्च से भी लिया जाता रहा है। मसलन आज फ़लाँ का द

10 सितम्बर 2025

ज़ेन ज़ी का पॉलिटिकल एडवेंचर : नागरिक होने का स्वाद

10 सितम्बर 2025

ज़ेन ज़ी का पॉलिटिकल एडवेंचर : नागरिक होने का स्वाद

जय हो! जग में चले जहाँ भी, नमन पुनीत अनल को। जिस नर में भी बसे हमारा नाम, तेज को, बल को। —दिनकर, रश्मिरथी | प्रथम सर

13 सितम्बर 2025

त्याग नहीं, प्रेम को स्पर्श चाहिए

13 सितम्बर 2025

त्याग नहीं, प्रेम को स्पर्श चाहिए

‘लगी तुमसे मन की लगन’— यह गीत 2003 में आई फ़िल्म ‘पाप’ से है। इस गीत के बोल, संगीत और गायन तो हृदयस्पर्शी है ही, इन सबसे

12 सितम्बर 2025

विभूतिभूषण बंद्योपाध्याय : एक अद्वितीय साहित्यकार

12 सितम्बर 2025

विभूतिभूषण बंद्योपाध्याय : एक अद्वितीय साहित्यकार

बांग्ला साहित्य में प्रकृति, सौंदर्य, निसर्ग और ग्रामीण जीवन को यदि किसी ने सबसे पूर्ण रूप से उभारा है, तो वह विभूतिभूषण

बेला लेटेस्ट