
उचित उपाय से न किया हुआ प्रयास अन्य अनेक व्यक्तियों का आश्रय प्राप्त होने पर भी व्यर्थ हो जाएगा।

अपनी बुद्धि से मैं तो उन्हीं को मित्र समझता हूँ जो धन कम होने पर भी मित्रों का साथ देते हैं। क्योंकि जो अच्छी अवस्था में हैं, उनकी वृद्धियों में कौन साथ नहीं देगा?

आशा ही प्रेमी का सहारा है।