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बिहार के रचनाकार

कुल: 206

7वीं सदी के सुप्रसिद्ध संस्कृत कवि-लेखक। 'हर्षचरित' और कादंबरी' के लिए उल्लेखनीय।

रीतिबद्ध के आचार्य कवि। काव्यांग-निरूपण में सिरमौर। शृंगार-निरूपण के अतिरिक्त नीति-निरूपण के लिए भी उल्लेखनीय।

प्राचीन भारत के महान राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और कूटनीतिज्ञ। मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य के प्रधान सलाहकार और गुरु।

मैथिलीक समादृत कवि-लेखक-अनुवादक। हिंदी में सेहो लेखन।

समादृत कवि-लेखक-व्यंग्यकार। साहित्य अकादमी पुरस्कारसँ सम्मानित।

समादृत कवि-कथाकार। मैथिलीक संग-संग हिंदीमे सेहो लेखन।

समादृत आलोचक एवं अनुवादक। कई पुस्तकें प्रकाशित

सुपरिचित कवियित्री-कथाकार-अनुवादक। साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कारसँ सम्मानित।

आधुनिक हिंदी कविता के प्रमुख कवि और कथाकार। अपने जनवादी विचारों के लिए प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

मैथिलीक सुपरिचित कवियित्री-कथाकार। साहित्य अकादमी पुरस्कारसँ सम्मानित।

समादृत कवि और निबंधकार। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

वज्रयानी सिद्ध। हिंदी के प्रथम कवि। सरह, सरहपाद, शरहस्तपाद, सरोजवज्र जैसे नामों से भी चर्चित।

सुप्रसिद्ध आलोचक। कहानी आलोचना में अपने योगदान के लिए उल्लेखनीय।

समादृत कवि-कथाकार-संपादक। साहित्य अकादमी पुरस्कारसँ सम्मानित।

समादृत संत और दार्शनिक। पुष्टिमार्ग के संस्थापक और शुद्धाद्वैत के प्रतिपादक।

समादृत कवि-कथाकार। साहित्य अकादमी पुरस्कारसँ सम्मानित।

‘मैथिल कोकिल’ के नाम से लोकप्रिय। राधा-कृष्ण की शृंगार-प्रधान लीलाओं के ग्रंथ ‘पदावली’ के लिए स्मरणीय।

समादृत कवि। ‘गोली दाग़ो पोस्टर’, ‘भागी हुई लड़कियाँ’ और ‘सफ़ेद रात’ सरीखी कविताओं के लिए लोकप्रिय।

सुपरिचित कवि।

मैथिलीक सुपरिचित कवि-अनुवादक।

सुपरिचित साहित्यकार। समकालीन भारतीय साहित्य पत्रिका के संपादक रहे।

मैथिलीक समादृत कवि-कथाकार। हिंदीमे सेहो लेखन। साहित्य अकादमी पुरस्कारसँ सम्मानित।

सुप्रसिद्ध गीतकार। विद्रोही और प्रगतिशील विचारों के लिए उल्लेखनीय।

समादृत साहित्यकार। लेखक, इतिहासकार और राजनीतिज्ञ।

सम्मानित कवियित्री-कथाकार।

मैथिली-हिंदीक सुपरिचित कवि।

छायावाद के दौर के समादृत कवि और गद्यकार।

समादृत कथाकार। कुछ कविताएँ भी लिखीं। समाजवादी और आंचलिक संवेदना के लिए उल्लेखनीय। पद्मश्री से सम्मानित।

एक्कैसम सदीक मैथिली कविताक महत्वपूर्ण युवा स्वर। असामयिक मृत्यु।

अकविता दौर के चर्चित कवि-कथाकार। भाषा में गद्य के क्रोध और कविता की करुणा के लिए चिह्नित।

मैथिलीक सुपरिचित कवियित्री-कथाकार। जीवनकेँ स्त्रीक दृष्टिसँ देखब हिनक रचना-संसारक विशेषता अछि।

द्विवेदीयुगीन प्रमुख उपन्यासकार, कथाकार और संपादक। पद्म भूषण से सम्मानित।

मैथिली भाषा के सुप्रसिद्ध प्रयोगधर्मी कवि-साहित्यकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

चर्चित साहित्यकार। संपादक, अध्यापक, प्रशासक, शोधकर्ता, कवि एवं उपन्यासकार।

सुपरिचित कवियित्री-कथाकार। मैथिलीक महत्वपूर्ण स्त्री-स्वरक रूपमे विशेष परिचिति।

मैथिली भाषा के प्रगतिशील कवि-लेखक, पत्रकार, अनुवादक और प्रतिबद्ध राजनीतिक कार्यकर्ता। 'सहस्रबाहु' उल्लेखनीय कविता-संग्रह।

हिंदी की सुपरिचित कवयित्री और कथाकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

नवें दशक की कवयित्री। भाषिक सादगी और विषय-चयन के लिए उल्लेखनीय।

मैथिलीक समादृत लेखक। आधुनिक मैथिली कथाक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर। आलोचनामे सेहो सक्रिय।

सुपरिचित-सम्मानित कथाकार। पत्रकारिता से भी जुड़ाव। छह से अधिक कथा-कृतियाँ प्रकाशित।

सुपरिचित कवि-विचारक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

रीतिकालीन कवि। शृंगार और वीर रस की कविताओं में निष्णात। 'हम्मीर हठ' कीर्ति का आधार ग्रंथ।

मुक्ति पंथ के प्रवर्तक। स्वयं को कबीर का अवतार घोषित करने वाले निर्गुण संत-कवि।

भक्तिकाल के संत कवि। आत्महीनता, नाम स्मरण, विनय और आध्यात्मिक विषयों पर कविताई की। 'निज' की पहचान पर विशेष बल दिया।

भारतीय दर्शन, बौद्ध दर्शन और संस्कृत के विद्वान अध्येता। संस्कृत दर्शन साहित्य के अनुवाद में विपुल योगदान।

मैथिलीक समादृत कवि-कथाकार। आधुनिक मैथिली साहित्यिक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर।

सुपरिचित कवि-कथाकार-संपादक। 'खिलाड़ी दोस्त और अन्य कविताएँ', 'नया रास्ता' शीर्षक से दो कविता-संग्रह तथा 'बखेड़ापुर' शीर्षक से एक उपन्यास प्रकाशित। 'मंतव्य' के संपादक।

आधुनिक मैथिली स्त्री-लेखनक आरंभिक चरणक कवियित्री। अनुवाद एवं संपादनक क्षेत्रमे महत्वपूर्ण योगदान। हिंदीमे सेहो लेखन।

समादृत कथाकार। अपने जनवादी कथा-साहित्य के लिए प्रतिष्ठित।