'प्रश्न' नामक उपन्यास में एक ऐसा विषय है, जो हर व्यक्ति को छूता है, हर घर को छूता है। यही कारण है कि इसमें सामूहिक विरोध को, जनाक्रोश है उस पुरूषवर्ग के विरूद्ध जो मानसिक विकृति क् शिकार हैं, संस्कारच्यूत हैं और असभ्य हैं। साथ में एक माँग भी है, वह है बलात्कारियों के लिए कठोरतम दण्ड की माँग जैसे मृत्युदण्ड।