हिन्दवी ब्लॉग

साहित्य और कला की विभिन्न विधाओं का संसार

मैं लेखकों की तरह नहीं लिख सकता

But there are passions that it is not for man to choose. They are born with him at the moment of his birth into this world, and he is not granted the power to refuse them.                         ...और पढ़िए

विजय शर्मा | 08 सितम्बर 2023

मैं जब भी कोई किताब पढ़ता हूँ

मैं जब भी कोई किताब पढ़ता हूँ तो हमेशा लाल रंग की कलम या हाईलाइटर साथ में रखता हूँ। जो भी कोई शब्द, पंक्ति या परिच्छेद महत्त्वपूर्ण लग जाए या पसंद आ जाए वहाँ बेरहमी से क़लम या हाईलाइटर चला देता हूँ—चाह ...और पढ़िए

विपिन कुमार शर्मा | 07 सितम्बर 2023

प्रतिरोध का स्वर और अस्वीकार का साहस

जब नाथूराम का नाम लेते ज़ुबान ने हकलाना छोड़ दिया हो जब नेहरू को गालियाँ दी जा रही हों एक फ़ैशन की तरह और जब गांधी की हत्या को वध कहा जा रहा हो तब राजेश कमल तुम्हें किसी ने जाहिल ही कह ...और पढ़िए

अस्मुरारी नंदन मिश्र | 01 सितम्बर 2023

क्या हम परिवार को देश की तरह देख सकते हैं

हमारे सामने एक विकट प्रश्न खड़ा हो गया है। क्या हमारे परिवार खत्म हो जाएंगे? इस मामले में नहीं कि हमारे परिवार के लोग एक दूसरे से दूर रहने लगे हैं, दूर नौकरियां करने लगे हैं और कभी कभी ही मिल पाते है ...और पढ़िए

ऋषभ प्रतिपक्ष | 25 अगस्त 2023

'लिखना ख़ुद को बचाए रखने की क़वायद भी है'

संतोष दीक्षित सुपरिचित कथाकार हैं। ‘बग़लगीर’ उनका नया उपन्यास है। इससे पहले ‘घर बदर’ शीर्षक से भी उनका एक उपन्यास चर्चित रहा। संतोष दीक्षित के पास एक महीन ह्यूमर है और एक तीक्ष्ण दृष्टि जो समय को बेध ...और पढ़िए

अंचित | 21 अगस्त 2023

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

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