Font by Mehr Nastaliq Web
noImage

रूमी

1207 - 1273

संसारप्रसिद्ध सूफ़ी कवि और रहस्यवादी संत। 'मसनवी-ए-मा’नवी', 'फ़िहि माफ़ीह' और 'दीवान-ए-शम्स तबरेज़ी' उल्लेखनीय कृतियाँ।

संसारप्रसिद्ध सूफ़ी कवि और रहस्यवादी संत। 'मसनवी-ए-मा’नवी', 'फ़िहि माफ़ीह' और 'दीवान-ए-शम्स तबरेज़ी' उल्लेखनीय कृतियाँ।

रूमी की संपूर्ण रचनाएँ

उद्धरण 187

चीज़ों के सही या ग़लत होने के परे एक मैदान है, मैं वहाँ तुमसे मिलूँगा।

  • शेयर

जब तुम टूट जाओ, तो नाचो। नाचो अगर तुमने पट्टी फाड़ दी है—लड़ाई के बीच में नाचो।

  • शेयर

मैं हर साँस के साथ भक्ति के बीज बोता हूँ—मैं हृदय का किसान हूँ।

  • शेयर

मृत्यु का दूर जाने से कोई लेना-देना नहीं है। सूरज डूबता है। चाँद डूबता है, लेकिन वे चले नहीं जाते हैं।

  • शेयर

तब तक नाचो, जब तक तुम ख़ुद को चकनाचूर कर दो।

  • शेयर

पुस्तकें 1

 

Recitation