Font by Mehr Nastaliq Web

रवींद्रनाथ टैगोर के उद्धरण

संसार का चमत्कार यह नहीं है कि यहाँ कष्ट और बाधाएँ हैं, बल्कि इसमें है कि यहाँ व्यवस्था, सौंदर्य, आनंद, कल्याण और प्रेम का वास है।

अनुवाद : सत्यकाम विद्यालंकार