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वेदव्यास के उद्धरण

जो पुरुष ओ३म रूपी एकाक्षर ब्रह्म का उच्चारण करता हुआ और परमात्मा का चिंतन करता हुआ शरीर को त्यागता है, वह मनुष्य परमगति को प्राप्त होता है।

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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