गद्य

हिंदी की गद्य-परंपरा से विभिन्न विधाओं की रचनाओं का संग्रह

समादृत उपन्यासकार और कथाकार। ऐतिहासिक प्रसंगों के प्रयोग के लिए उल्लेखनीय।

नई पीढ़ी के सुपरिचित कहानीकार-उपन्यासकार। भारतीय ज्ञानपीठ के नवलेखन पुरस्कार से सम्मानित।

आधुनिक काल की आरंभिक गद्यकार।

सशक्त गद्यकार और चिंतक। 'उसने कहा था' जैसी कालजयी कहानी के रचनाकार। 'समालोचक' पत्रिका के संपादक और नागरी प्रचारिणी सभा के संपादकों में से एक। पांडित्यपूर्ण हास और अर्थ वक्र शैली के लिए विख्यात।

प्रौढ़ शिल्प में लिखित यथार्थपरक रचनाओं के लिए प्रसिद्ध। निबंध, कहानी और नाटकों के रचयिता। मासिक पत्र 'आजकल' के संपादक भी रहे।

चस्वराचार्य: छठे दशक में सक्रिय छद्मनामधारी अलक्षित व्यंग्यकार।

पुरातत्वविद और कला-इतिहासकार। भारतीय कला-समीक्षा में उल्लेखनीय योगदान।

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

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