सेवक का परिचय
निधन : बनारस, उत्तर प्रदेश
ये असनी वाले प्रसिद्ध कवि ठाकुर के पौत्र थे और काशी के रईस हरिशंकर के आश्रय में रहते थे। इनका जन्म 1815 ई. में और मृत्यु 1881 ई. में हुई। इन्होंने नायिका-भेद विषय पर एक 'वाग्विलास' नामक ग्रन्थ लिखा है। इनका बरवै छन्द में 'नख-शिख' नामक एक छोटा ग्रन्थ भी है। इनके सवैया जनसाधारण में प्रचलित हैं।