C. B. Bhartii's Photo'

सी. बी. भारती

1957 | इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश

सुपरिचित कवि-लेखक। दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवि-लेखक। दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।

सी. बी. भारती का परिचय

सी.बी. भारती का जन्म 30 जून 1957 को उत्तर प्रदेश के फ़ैज़ाबाद के क़ुतुबपुर गाँव में एक दलित परिवार में हुआ। जीवन के संघर्षों के साथ उन्होंने शिक्षा जारी रखी और ‘हिंदी रहस्यवादी काव्य में सौंदर्य-चेतना’ विषय पर पीएचडी किया। शिक्षा पूरी कर उत्तर प्रदेश सरकार के अंदर सेवारत रहे और अधीनस्थ प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय, लखनऊ में उप-निदेशक सेवायोजन से सेवानिवृत्ति के उपरांत स्वतंत्र लेखक के रूप में सक्रिय बने हुए हैं। 

उन्हें हिंदी दलित साहित्य के संस्थापकों के रूप में देखा जाता है। उनका पहला काव्य-संग्रह ‘आक्रोश’ 1996 में छपा था। माना जाता है कि इस संग्रह ने हिंदी दलित कविता का भाव-बोध सुनिश्चित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। दो दशकों के अंतराल के बाद वर्ष 2017 में उनका नया संग्रह ‘लड़कर छीन लेंगे हम’ शीर्षक से प्रकाशित हुआ। संग्रहों के ये शीर्षक उनके कवि के आक्रामक तेवर और उनकी कविता की बनावट की उद्घोषणा तो करते ही हैं, दलित विमर्श के केंद्रीय तत्व संघर्ष और प्रतिरोध के प्रस्तावक भी बनते हैं। उनके नए संग्रह की भूमिका में कहा गया है कि “जब दलित कवि कविता के नाम पर नारे गढ़ रहा हो तब डॉ. सी.बी. भारती दलित उत्पीड़न की जड़ तक जाकर उसके कारण और निदान तक की योजना प्रस्तुत करते हैं.” उनकी कविताओं में अनुभवजनित व्यथा के बजाय उससे उपजे आक्रोश की केंद्रीयता को चिह्नित किया गया है।  

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