उत्तर प्रदेश के रचनाकार
कुल: 103
बलदेव उपाध्याय
हिंदी-संस्कृत के विद्वान्, साहित्य-इतिहासकार, निबंधकार और समालोचक। हिंदी में संस्कृत साहित्य पर चिंतन के लिए उल्लेखनीय।
भारतेंदु हरिश्चंद्र
भारतीय नवजागरण के अग्रदूत। समादृत कवि, निबंधकार, अनुवादक और नाटककार।
जयशंकर प्रसाद
छायावादी दौर के चार स्तंभों में से एक। समादृत कवि-कथाकार और नाटककार।
महादेवी वर्मा
- जन्म : फ़र्रूख़ाबाद
- निवास : इलाहाबाद
- निधन : इलाहाबाद
छायावादी दौर के चार स्तंभों में से एक। कविता के साथ-साथ अपने रेखाचित्रों के लिए भी प्रसिद्ध। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
महावीर प्रसाद द्विवेदी
युगप्रवर्तक साहित्यकार-पत्रकार। ‘सरस्वती’ पत्रिका के संपादक के रूप में हिंदी नवजागरण में महत्त्वपूर्ण योगदान।
प्रोफ़ेसर रामचंद्र शुक्ल
समकालीन महत्त्वपूर्ण चित्रकार, कला-समीक्षक और लेखक। चित्रकला की काशी शैली और समीक्षावाद से संबद्ध।
सुमित्रानंदन पंत
छायावाद के आधार स्तंभों में से एक। 'प्रकृति के सुकुमार' कवि। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
छायावादी दौर के चार स्तंभों में से एक। समादृत कवि-कथाकार। महाप्राण नाम से विख्यात।
ठाकुर बुंदेलखंडी
रीतिमुक्त काव्यधारा के महत्त्वपूर्ण कवि। लोकोक्तियों के मधुर प्रयोग के लिए विख्यात।
बदरीनाथ भट्ट
द्विवेदी युग के सुपरिचित व्यंग्यकार, नाटककार और पत्रकार। बालसखा’ पत्रिका के संस्थापक-संपादक के रूप में योगदान।
भगवतीचरण वर्मा
- जन्म : शफ़ीपुर
- निवास : इलाहाबाद
- निधन : उत्तर प्रदेश
प्रेमचंद युग के समादृत उपन्यासकार-कहानीकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
भुवनेश्वर
- जन्म : शाहजहाँपुर
- निवास : इलाहाबाद
- निधन : लखनऊ
सुपरिचित कवि-कथाकार और नाटककार। जोखिमों से भरा बीहड़ जीवन जीने के लिए उल्लेखनीय।
गणेश शंकर विद्यार्थी
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से संबद्ध प्रखर पत्रकार, लेखक और सुधारवादी नेता। ‘प्रताप’ पत्रिका का संपादन।
गिरिराज किशोर
- जन्म : मुज़फ़्फ़रनगर
- निवास : कानपुर
- निधन : कानपुर
समादृत उपन्यासकार, कथाकार और नाटककार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
कुँवर नारायण
समादृत कवि-आलोचक और अनुवादक। भारतीय ज्ञानपीठ से सम्मानित।
मैथिलीशरण गुप्त
राष्ट्रकवि के रूप में समादृत कवि। ‘भारत भारती’ उल्लेखनीय काव्य-कृति।
रामस्वरूप चतुर्वेदी
सुप्रसिद्ध काव्य-आलोचक और साहित्य-इतिहासकार। व्यास सम्मान से सम्मानित।
रांगेय राघव
वंशीधर शुक्ल
- जन्म : लखीमपुर-खीरी
- निधन : लखीमपुर-खीरी
हिंदी और अवधी भाषा के समादृत कवि और स्वतंत्रता सेनानी तथा राजनेता। 'गांधी बाबा के बिना' और 'अछूत की होरी' कुछ प्रमुख कृतियाँ।
अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध
कवि और गद्यकार। खड़ी बोली हिंदी के प्रथम महाकाव्य 'प्रिय प्रवास' के रचनाकार।
बालकृष्ण शर्मा नवीन
द्विवेदीयुगीन कवि, पत्रकार और स्वतंत्रता सेनानी। पद्मभूषण से सम्मानित।
भोलाशंकर व्यास
चाचा हितवृंदावनदास
'राधावल्लभ संप्रदाय' से संबंधित। भाव-वैचित्र्य और काव्य-प्रौढ़ता के लिए विख्यात।
चतुर्भुजदास
कृष्णभक्त कवि। पुष्टिमार्गीय वल्लभ संप्रदाय के अष्टछाप कवियों में से एक। कुंभनदास के पुत्र और गोस्वामी विट्ठलनाथ के शिष्य।
दूधनाथ सिंह
समादृत कवि-कथाकार और संपादक। महादेवी वर्मा और निराला पर लिखीं अपनी किताबों के लिए भी चर्चित।
गंगानाथ झा
संस्कृत, हिंदी, मैथिली और अँग्रेज़ी के विद्वान एवं शिक्षाशास्त्री। ‘कवि-रहस्य' पुस्तक के प्रसिद्ध।
गिरिधर कविराय
- निधन : इलाहाबाद
जीवन के व्यावहारिक पक्ष के आलोक में नीति, वैराग्य और अध्यात्म के प्रस्तुतकर्ता। नीतिपरक कुंडलियों के लिए प्रसिद्ध।
केदारनाथ अग्रवाल
आधुनिक हिंदी कविता के प्रमुख कवि और कथाकार। अपने जनवादी विचारों के लिए प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
मुल्ला दाउद
हिंदी में प्रेमाख्यान परंपरा का सूत्रपात करने वाले सूफ़ी कवि।
संपूर्णानन्द
साहित्यकार, शिक्षाविद् और राजनेता। भारतीय सांस्कृतिक और समाजवादी विचारों के लिए उल्लेखनीय।
वासुदेवशरण अग्रवाल
- जन्म : मेरठ
- निधन : ग़ाज़ियाबाद
भारत के इतिहास, संस्कृति, कला एवं साहित्य के अधिकारी विद्वान। साहित्य अकादमी से पुरस्कृत।
विजय देव नारायण साही
समादृत कवि-आलोचक। ‘जायसी’ शीर्षक आलोचना-पुस्तक के लिए उल्लेखनीय।
अदम गोंडवी
सामाजिक-राजनीतिक आलोचना के प्रखर कवि-ग़ज़लकार।