उत्तर प्रदेश के रचनाकार
कुल: 140
भारतेंदु हरिश्चंद्र
भारतीय नवजागरण के अग्रदूत। समादृत कवि, निबंधकार, अनुवादक और नाटककार।
हरिवंशराय बच्चन
‘मधुशाला’ के लिए मशहूर समादृत कवि-लेखक और अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
हजारी प्रसाद द्विवेदी
समादृत समालोचक, निबंधकार, उपन्यासकार और साहित्य-इतिहासकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
जयशंकर प्रसाद
छायावादी दौर के चार स्तंभों में से एक। समादृत कवि-कथाकार और नाटककार।
महादेवी वर्मा
- जन्म : फ़र्रूख़ाबाद
- निवास : इलाहाबाद
- निधन : इलाहाबाद
छायावादी दौर के चार स्तंभों में से एक। कविता के साथ-साथ अपने रेखाचित्रों के लिए भी प्रसिद्ध। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
सुमित्रानंदन पंत
छायावाद के आधार स्तंभों में से एक। 'प्रकृति के सुकुमार' कवि। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
छायावादी दौर के चार स्तंभों में से एक। समादृत कवि-कथाकार। महाप्राण नाम से विख्यात।
ठाकुर बुंदेलखंडी
रीतिमुक्त काव्यधारा के महत्त्वपूर्ण कवि। लोकोक्तियों के मधुर प्रयोग के लिए विख्यात।
अविनाश मिश्र
- जन्म : ग़ाज़ियाबाद
- निवास : ग़ाज़ियाबाद
सुपरिचित कवि-लेखक। चार पुस्तकें प्रकाशित। 'सदानीरा' के संपादक।
भगवती चरण वर्मा
- जन्म : शफ़ीपुर
- निवास : इलाहाबाद
- निधन : उत्तर प्रदेश
प्रेमचंद युग के समादृत उपन्यासकार-कहानीकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
भुवनेश्वर
- जन्म : शाहजहाँपुर
- निवास : इलाहाबाद
- निधन : लखनऊ
सुपरिचित कवि-कथाकार और नाटककार। जोखिमों से भरा बीहड़ जीवन जीने के लिए उल्लेखनीय।
गिरिराज किशोर
- जन्म : मुज़फ़्फ़रनगर
- निवास : कानपुर
- निधन : कानपुर
समादृत उपन्यासकार, कथाकार और नाटककार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
गोपालदास नीरज
हिंदी के बेहद लोकप्रिय गीतकार। पद्म भूषण समेत कई पुरस्कारों से सम्मानित।
मैथिलीशरण गुप्त
राष्ट्रकवि के रूप में समादृत कवि। ‘भारत भारती’ उल्लेखनीय काव्य-कृति।
सुभद्राकुमारी चौहान
सुप्रसिद्ध कवयित्री। 'झाँसी की रानी' कविता के लिए स्मरणीय।
अष्टभुजा शुक्ल
नवें दशक के महत्त्वपूर्ण कवि। अपने काव्य-वैविध्य और लोक-संवेदना के लिए उल्लेखनीय।
अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध
कवि और गद्यकार। खड़ी बोली हिंदी के प्रथम महाकाव्य 'प्रिय प्रवास' के रचनाकार।
बालकृष्ण शर्मा नवीन
द्विवेदीयुगीन कवि, पत्रकार और स्वतंत्रता सेनानी। पद्मभूषण से सम्मानित।
रीतिकाल के महत्त्वपूर्ण कवि। 'नवरसतरंग' कीर्ति का आधार ग्रंथ। भावों का सरस प्रवाह और गहरी भावुकता, चित्रांकन की मार्मिकता, और चित्रण की संश्लिष्टता के लिए ख्यातनाम।
चतुर्भुजदास
कृष्णभक्त कवि। पुष्टिमार्गीय वल्लभ संप्रदाय के अष्टछाप कवियों में से एक। कुंभनदास के पुत्र और गोस्वामी विट्ठलनाथ के शिष्य।
दूधनाथ सिंह
समादृत कवि-कथाकार और संपादक। महादेवी वर्मा और निराला पर लिखीं अपनी किताबों के लिए भी चर्चित।
रीतिकालीन कवि और अनुवादक। कलाकुशल और साहित्यमर्मज्ञ। चमत्कारिता के लिए प्रसिद्ध।
ज्ञानेंद्रपति
आठवें दशक के प्रमुख कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
केदारनाथ अग्रवाल
आधुनिक हिंदी कविता के प्रमुख कवि और कथाकार। अपने जनवादी विचारों के लिए प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
कुँअर बेचैन
- जन्म : मुरादाबाद
- निवास : ग़ाज़ियाबाद
लोकप्रिय गीतकार। काव्य की लगभग सभी विधाओं में सक्रिय।
नरेश सक्सेना
सातवें दशक के कवि। कहन में संक्षिप्तता, स्मृति और कविता-पाठ के लिए उल्लेखनीय।
पंकज चतुर्वेदी
चर्चित कवि-आलोचक और अनुवादक। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित। जन संस्कृति मंच से संबद्ध।
रामनारायण मिश्र
नागरी प्रचारिणी सभा के संस्थापक सदस्य और सभापति। भारतेंदु युग में साहित्यिक योगदान के लिए उल्लेखनीय।
विजय देव नारायण साही
समादृत कवि-आलोचक। ‘जायसी’ शीर्षक आलोचना-पुस्तक के लिए उल्लेखनीय।
व्योमेश शुक्ल
सुपरिचित कवि-आलोचक और अनुवादक। रंगकर्म में भी सक्रिय। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।
अदम गोंडवी
सामाजिक-राजनीतिक आलोचना के प्रखर कवि-ग़ज़लकार।
अदनान कफ़ील दरवेश
नई पीढ़ी के कवि। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।